मुजफ्फरपुर: केंद्रीय मंत्री सह जदयू सांसद ललन सिंह के मुश्किलें खत्म नहीं हो रहा है. ललन सिंह ने बीते दिनों एक बयान दिया था. मुस्लिम जदयू को वोट नहीं करते हैं. उनके इस बयान को लेकर हंगाम मच गया था. वहीं, अब इस बयान को लेकर उनकी मुश्किल बढ़ गई है. उनके खिलाफ मुजफ्फरपुर व्यवहार न्यायालय में परिवाद दाखिल हुआ है.
ललन सिंह के खिलाफ परिवाद: परिवादी तमन्ना हाशमी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने जानबूझकर मुस्लिमों को आहत करने वाला बयान दिया. उन्होंने कहा कि मुस्लिमों का एक बड़ा तबका नीतीश कुमार के साथ है और उनको वोट भी करता है. ललन सिंह का बयान काफी मर्माहत करने वाला है.
चार दिसंबर को होगी सुनवाई: सिविल कोर्ट मुजफ्फरपुर के अधिवक्ता सूरज कुमार ने बताया कि ललन सिंह के ऊपर 298, 299, 302 और 352 बीएनएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है. मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी की अदालत में परिवाद संख्या 10266 दर्ज हुई है. ललन सिंह पर धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने और भड़काऊं भाषण देने की धाराओं में परिवाद दाखिल किया गया है. न्यायालय ने मामला स्वीकार करते हुए अगली सुनवाई 4 दिसंबर निर्धारित की गई है.
"ललन सिंह पर धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने और भड़काऊं भाषण देने की धाराओं में परिवाद दाखिल किया गया है. न्यायालय ने मामला स्वीकार करते हुए सुनवाई की अगली सुनवाई 4 दिसंबर निर्धारित की गई है. ललन सिंह का बयान काफी मर्माहत करने वाला है." -तमन्ना हाशमी, परिवादी
19 नवंबर को दिया था भड़काऊ भाषण: बता दें कि मुजफ्फरपुर में बीते 19 नवंबर को एलएस कॉलेज के प्रांगण में कार्यकर्ता के संबोधन में यह कहा था कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उनकी पार्टी को वोट नहीं देते हैं. ललन सिंह वर्तमान में पंचायती राज एवं मत्स्य पशुपालन विभाग के मंत्री है. वे जदयू के मुंगेर लोकसभा सीट से सांसद हैं.
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