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बोर्ड एग्जाम्स के कारण पेट्रोल डीलर एसोसिएशन ने हड़ताल वापस लेने का किया फैसला, आज करेंगे सचिवालय का घेराव - Rajasthan Petrol Pump strike

पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट की दरों को कम करने व डीलर्स कमीशन को बढ़ाने की मांग को लेकर राजस्थान के पेट्रोल पंप संचालकों की हड़ताल बोर्ड एग्जाम्स के कारण जयपुर एसोसिएशन ने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया है. हलांकि आज पेट्रोल डीलर एसोसिएशन सचिवालय का घेराव करेंगे और मौन जुलूस निकालेंगे.

Petrol pump strike
Petrol pump strike
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 10, 2024, 9:57 PM IST

Updated : Mar 11, 2024, 6:45 AM IST

जयपुर. प्रदेश में पेट्रोल पंप संचालकों की हड़ताल से आमजन को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. पेट्रोल पंप बंद होने से लोग पेट्रोल-डीजल लेने के लिए परेशान होते हुए नजर आए. राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के आह्वान पर 10 मार्च सुबह 6 बजे से 12 मार्च सुबह 6 बजे तक हड़ताल रखी गई है. बता दें कि पेट्रोल पंप संचालकों की मांग है कि पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट की दरों को कम किया जाए. साथ ही डीलर्स के कमीशन में बढ़ोतरी हो. हालांकि, अभी तक सरकार से कोई सहमति नहीं बनी है. ऐसे में सोमवार को पेट्रोल पंप संचालक सचिवालय का घेराव भी करेंगे. आज दोपहर 12:00 बजे के लगभग स्टैच्यू सर्किल से सचिवालय तक कूच करेंगे.

हालांकि जयपुर जिला पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से वार्ता के बाद हड़ताल खत्म करने की घोषणा की है. राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि जयपुर में बोर्ड एग्जाम की वजह से 12 मार्च को पंप संचालकों की हड़ताल स्थगित रहेगी. जबकि प्रदेश भर में हड़ताल जारी रहेगी. इसके साथ ही जयपुर में सचिवालय घेराव के लिए रैली भी निकली जाएगी।

इसे भी पढ़ें - राजस्थान में वैट कम करने को लेकर पेट्रोल पंप बंद, 2 दिन तक नहीं मिलेगा पेट्रोल-डीजल

वहीं, रविवार को राजधानी जयपुर के पेट्रोल पंप पर कई वाहन चालक पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए पहुंचे, लेकिन हड़ताल के चलते बिना पेट्रोल-डीजल लिए ही वापस लौट गए. इधर, जयपुर समेत कई जिलों में राजस्थान की बॉर्डर के आसपास के लोग पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल-डीजल लेने के लिए पहुंच रहे हैं. पेट्रोल पंप संचालकों की माने तो सरकार को रोजाना करीब 35 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है. यही नहीं प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

राजधानी जयपुर में भी कई जगहों पर लोगों की वाहनों का पेट्रोल-डीजल खत्म होने की वजह से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. कई दुपहिया चालक तो पैदल ही धक्का देकर अपने वाहनों को लेकर गए. कई लोगों ने जानकारी होने पर एक दिन पहले ही अपने वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरवा लिया था, जिससे शनिवार रात को पेट्रोल पंप पर भारी भीड़ नजर आई थी. जानकारी के अभाव में कई लोग एक दिन पहले पेट्रोल-डीजल नहीं भरवा पाए थे. ऐसे में उन लोगों को आज काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

हड़ताल से लोग हलकान: जयपुर निवासी दीपक सिंह ने बताया कि एक दिन पहले हड़ताल की जानकारी नहीं थी. रविवार सुबह घर से निकले तो मोटरसाइकिल में पेट्रोल खत्म हो गया था. आसपास में पेट्रोल पंप पर पहुंचा तो पेट्रोल पंप कर्मियों ने पेट्रोल देने से मना कर दिया. पेट्रोल पंप पर काफी लोगों की कतारे भी लगी हुई थी. ऐसे में रास्ते में ही मोटरसाइकिल को खड़ी करके टैक्सी से जाना पड़ा. फिर वापस आकर मोटरसाइकिल को पैदल घर लेकर पहुंचा.

राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि प्रधानमंत्री की ओर से पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने की गारंटी पर राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. इन 90 दिनों में हमारे राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन की ओर से वित्त विभाग और कमेटी के समक्ष ज्ञापन भी दिए जा चुके हैं. गंगानगर, हनुमानगढ़ में आज भी प्रदेश का सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल बिक रहा है. इस तरह कई जिलों के हाल है. ऐसे में कई जिलों में पेट्रोल पंप बंद हो चुके हैं. कई पेट्रोल पंप अभी भी बंद होने की कगार पर है. हमारी मांग है कि पेट्रोल-डीजल पर वेट कम किया जाए और डीलर्स का कमीशन बढ़ाया जाए.

इसे भी पढ़ें - प्रदेश में वैट अधिक होने से भरतपुर के पेट्रोल पंप व्यवसायी परेशान, करीब 20 पंपो पर लटका ताला, व्यवसाय में 60% से अधिक गिरावट

राजस्थान में बढ़े हुए वैट की वजह से पेट्रोल पंप संचालकों को लगातार घाटा हो रहा है. हम लंबे वक्त से सरकार से वैट कम करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. पड़ोसी राज्यों में राजस्थान के मुकाबले काफी सस्ता पेट्रोल बिक रहा है. दूसरी मांग ये भी है कि पिछले 7 साल से डीलर्स के कमीशन में बढ़ोतरी नहीं की गई है. इसकी वजह से राजस्थान में ज्यादातर पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं.

जयपुर. प्रदेश में पेट्रोल पंप संचालकों की हड़ताल से आमजन को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. पेट्रोल पंप बंद होने से लोग पेट्रोल-डीजल लेने के लिए परेशान होते हुए नजर आए. राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के आह्वान पर 10 मार्च सुबह 6 बजे से 12 मार्च सुबह 6 बजे तक हड़ताल रखी गई है. बता दें कि पेट्रोल पंप संचालकों की मांग है कि पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट की दरों को कम किया जाए. साथ ही डीलर्स के कमीशन में बढ़ोतरी हो. हालांकि, अभी तक सरकार से कोई सहमति नहीं बनी है. ऐसे में सोमवार को पेट्रोल पंप संचालक सचिवालय का घेराव भी करेंगे. आज दोपहर 12:00 बजे के लगभग स्टैच्यू सर्किल से सचिवालय तक कूच करेंगे.

हालांकि जयपुर जिला पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से वार्ता के बाद हड़ताल खत्म करने की घोषणा की है. राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि जयपुर में बोर्ड एग्जाम की वजह से 12 मार्च को पंप संचालकों की हड़ताल स्थगित रहेगी. जबकि प्रदेश भर में हड़ताल जारी रहेगी. इसके साथ ही जयपुर में सचिवालय घेराव के लिए रैली भी निकली जाएगी।

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वहीं, रविवार को राजधानी जयपुर के पेट्रोल पंप पर कई वाहन चालक पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए पहुंचे, लेकिन हड़ताल के चलते बिना पेट्रोल-डीजल लिए ही वापस लौट गए. इधर, जयपुर समेत कई जिलों में राजस्थान की बॉर्डर के आसपास के लोग पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल-डीजल लेने के लिए पहुंच रहे हैं. पेट्रोल पंप संचालकों की माने तो सरकार को रोजाना करीब 35 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है. यही नहीं प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

राजधानी जयपुर में भी कई जगहों पर लोगों की वाहनों का पेट्रोल-डीजल खत्म होने की वजह से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. कई दुपहिया चालक तो पैदल ही धक्का देकर अपने वाहनों को लेकर गए. कई लोगों ने जानकारी होने पर एक दिन पहले ही अपने वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरवा लिया था, जिससे शनिवार रात को पेट्रोल पंप पर भारी भीड़ नजर आई थी. जानकारी के अभाव में कई लोग एक दिन पहले पेट्रोल-डीजल नहीं भरवा पाए थे. ऐसे में उन लोगों को आज काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

हड़ताल से लोग हलकान: जयपुर निवासी दीपक सिंह ने बताया कि एक दिन पहले हड़ताल की जानकारी नहीं थी. रविवार सुबह घर से निकले तो मोटरसाइकिल में पेट्रोल खत्म हो गया था. आसपास में पेट्रोल पंप पर पहुंचा तो पेट्रोल पंप कर्मियों ने पेट्रोल देने से मना कर दिया. पेट्रोल पंप पर काफी लोगों की कतारे भी लगी हुई थी. ऐसे में रास्ते में ही मोटरसाइकिल को खड़ी करके टैक्सी से जाना पड़ा. फिर वापस आकर मोटरसाइकिल को पैदल घर लेकर पहुंचा.

राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि प्रधानमंत्री की ओर से पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने की गारंटी पर राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. इन 90 दिनों में हमारे राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन की ओर से वित्त विभाग और कमेटी के समक्ष ज्ञापन भी दिए जा चुके हैं. गंगानगर, हनुमानगढ़ में आज भी प्रदेश का सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल बिक रहा है. इस तरह कई जिलों के हाल है. ऐसे में कई जिलों में पेट्रोल पंप बंद हो चुके हैं. कई पेट्रोल पंप अभी भी बंद होने की कगार पर है. हमारी मांग है कि पेट्रोल-डीजल पर वेट कम किया जाए और डीलर्स का कमीशन बढ़ाया जाए.

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राजस्थान में बढ़े हुए वैट की वजह से पेट्रोल पंप संचालकों को लगातार घाटा हो रहा है. हम लंबे वक्त से सरकार से वैट कम करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. पड़ोसी राज्यों में राजस्थान के मुकाबले काफी सस्ता पेट्रोल बिक रहा है. दूसरी मांग ये भी है कि पिछले 7 साल से डीलर्स के कमीशन में बढ़ोतरी नहीं की गई है. इसकी वजह से राजस्थान में ज्यादातर पेट्रोल पंप बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं.

Last Updated : Mar 11, 2024, 6:45 AM IST
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