उदयपुर. झीलों की नगरी घूमने आने वाले पर्यटकों को अब उदयपुर के फतहसागर में स्थित नेहरू गार्डन की बदली हुई तस्वीर देखने को मिलेगी. फतहसागर झील के मध्य टापू पर स्थित नेहरू गार्डन विशेष आकर्षण का केंद्र रहता है. उदयपुर विकास प्राधिकरण इन दिनों इसका जीर्णोद्धार कर इसे नवीन स्वरूप देने का कार्य कर रहा है. जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ जीर्णोद्धार कार्यों का अवलोकन करने नेहरू गार्डन पहुंचे. प्राधिकरण के अधिकारियों ने बारीकी से सभी कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
बता दें कि नेहरू गार्डन का सिविल वर्क पूर्णता की ओर है. रेलिंग आदि कार्य जारी है, जो शीघ्र पूरे होने वाले है. प्राधिकरण की ओर से गार्डन के पुराने स्वरूप को बरकरार रखते हुए जीर्ण-शीर्ण हो चुके भाग का रेट्रोफिटिंग का कार्य किया गया है. पुराने पेड़ों को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया है. जिला कलेक्टर ने रेट्रोफिटिंग कार्यों की प्रशंसा करते हुए हॉर्टिकल्चर कार्य जैसे घास, पेड़-पौधे आदि पर अधिक ध्यान देते हुए इसे भरपूर हरा-भरा बनाने पर जोर दिया. उन्होने यहां आने वाले आमजन और पर्यटकों को लुभाने के लिए किए जा सकने वाले नए कार्यों के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिए.
प्राधिकरण के आयुक्त राहुल जैन व अतिरिक्त मुख्य अभियंता संजीव शर्मा ने जिला कलेक्टर को अवगत कराया कि गार्डन में पाथ-वे के सहारे बड़े पेड़ लगाए जा रहे हैं, ताकि दिन के समय पैदल घूमते समय पर्यटकों को पर्याप्त छाया उपलब्ध हो सके. पाथ-वे पर शेल्टर भी बनाए गए हैं, जहां आकर्षक हेरिटेज स्टाइल की बैंच लगाई जा रही है. यह तथ्य भी सामने आया कि झील के बीच स्थित होने से मलबा निकासी और कंस्ट्रक्शन सामग्री ले जाने में आने वाली समस्याओं की वजह से अपेक्षित गति से कार्य नहीं हो पा रहा है. इस अवसर पर यूडीए आयुक्त राहुल जैन, एसीई संजीव शर्मा, एक्स ईएन निर्मल सूथार, एईएन राजीव सोनी और आशीष कुमावत सहित संवेदक के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.
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स्थानीय कलाकार कर पाएंगे अपनी कला का प्रदर्शन : एसीई संजीव शर्मा ने जिला कलेक्टर को अवगत कराया कि गार्डन में एक ऐसा स्थान विकसित किया गया है जहां पर स्थानीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर पाएंगे. यहां पर बनाए जा रहे एमपी थिएटर में कठपुतली, मैजिक शो, संगीत आदि से जुड़े कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर पाएंगे.