शिमला: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा के फायरब्रांड नेता माने जाने वाले योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को हिमाचल की धरती से हिंदू भावनाओं को उभारने वाले बयान दिए. कुल्लू व हमीरपुर के बिझड़ी में आयोजित जनसभाओं में योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषणों में अयोध्या व काशी का जिक्र किया. साथ ही कहा कि अयोध्या व काशी का काम तो हो गया, अब भाजपा के कदम मथुरा की तरफ बढ़ चले हैं.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है. इसी तरह काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर बन गया है. अब मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि का उद्धार बाकी है. मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि का उल्लेख कर योगी आदित्यनाथ ने ये स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा धर्मस्थलों को लेकर अपनी मुहिम सक्रियता से जारी रखेगी. उल्लेखनीय है कि मथुरा में श्री कृष्ण जन्म भूमि व बनारस में ज्ञानवापी में महादेव के मंदिर का मामला भाजपा के एजेंडे में सदा से रहा है. इनकी मुक्ति के आंदोलनों को पार्टी का समर्थन है. इस समय न्यायालयों में दोनों मामलों में विभिन्न स्तरों पर सुनवाई हो रही है और कई आदेश भी पारित हो चुके हैं. चाहे मामला श्रृंगार गौरी का हो या फिर शिवलिंग वाले हिस्से के मालिकाना हक का हो.
दोनों रैलियों में राम लला का जिक्र
सीएम योगी ने हिमाचल की धरती से एक बार फिर मथुरा का नाम लेकर देश की सियासत में इस मुद्दे को हवा दे दी है. वहीं, दोनों रैलियों में राम लला के मंदिर का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की जनता के पांच सौ साल का संघर्ष सफल हुआ है. उन्होंने कहा कि मीडिया उनसे चार सौ पार के नारे के बारे में पूछता है तो जनता कहती है कि जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे. इस तरह जनता चार सौ पार का नारा सफल करेगी. उन्होंने कांग्रेस पर सियासी हमला बोला और कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी राम मंदिर में श्री राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं आई. उन्होंने कांग्रेस को राम द्रोहियों की पार्टी करार दिया.
अयोध्या धाम का गुणगान
अयोध्या धाम का भी सीएम योगी ने दोनों रैलियों में भरपूर गुणगान किया. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब एक नई अयोध्या बन चुकी है. नई अयोध्या में ऐसे लगता है जैसे प्रभु श्रीराम साक्षात विराजमान होकर हम पर अपनी कृपा बरसा रहे है. अयोध्या में रामलला विराजमान हो चुके हैं. सरकार ने अयोध्या के इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखा है. श्री राम प्रभु के भक्त मित्र निषादराज के नाम पर विश्राम घर बनाए गए हैं. इसी तरह माता शबरी के नाम पर भोजनालयों का नामकरण किया गया है. योगी ने कहा कि भारत की ये सौभाग्यशाली पीढ़ी है, जिसने रामलला को विराजमान होते देखा है. बड़ी बात है कि योगी की रैली में जब-जब प्रभु राम का नाम आया, पंडाल में मौजूद महिलाओं ने खूब तालियां बजाई.