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यूपी के 9 जिलों के DM-SSP पर एक्शन की तैयारी में योगी सरकार; जनशिकायतें निपटाने में रहे फिसड्डी, रिपोर्ट तलब - CM Yogi Action

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले एक उच्च स्तरीय बैठक में आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने लापरवाह अधिकारियों की रिपोर्ट तलब करने के निर्देश दिए थे.

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यूपी के 9 जिलों के डीएम-एसपी पर एक्शन की तैयारी में योगी सरकार. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 30, 2024, 5:08 PM IST

Updated : Sep 30, 2024, 5:19 PM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईजीआरएस (IGRS), सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर सख्त रुख अख्तियार किया है. पिछले कई दिनों से सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही और हीलाहवाली की शिकायतें मिल रहीं थीं. इस पर उन्होंने इन जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी की रिपोर्ट तलब की है. माना जा रहा है कि लापरवाह डीएम और एसएसपी, एसपी की रिपोर्ट मिलते ही बड़ी कार्रवाई की जा सकती है.

देवरिया, भदोही और गोंडा के शिकायतकर्ताओं ने जताया असंतोष: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले एक उच्च स्तरीय बैठक में आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने लापरवाह अधिकारियों की रिपोर्ट तलब करने के निर्देश दिए थे. मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने हाल ही में शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की. देवरिया, भदोही, गोंडा, ललितपुर, प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, आजमगढ़ और मीरजापुर के शिकायतकर्ताओं ने प्रशासन की कार्य प्रणाली पर असंतोष जताया है.

यूपी के 9 जिलों से नहीं मिला अच्छा फीडबैक: उत्तर प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि समीक्षा में पाया गया कि 1 सितंबर से 25 सितंबर के बीच प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में प्रदेश के कई जिलों का प्रदर्शन ठीक नहीं है. इसमें शिकायतों के निस्तारण के बाद सीएम हेल्पलाइन एवं सीएम डैशबोर्ड से लिए गए फीड बैक में शिकायतकर्ताओं ने असंतोष जताया है. इनमें देवरिया, भदोही, गोंडा, ललितपुर, प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, आजमगढ़ और मीरजापुर के जिले शामिल हैं.

शिकायतकर्ता 70% तक नाखुश दिखे: यूपी के 9 जिलों के शिकायतकर्ताओं ने अपनी शिकायत के निस्तारण के फीडबैक पर 70 प्रतिशत तक असंतोष जाहिर किया है. इस पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इन जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी को फटकार लगाते हुए इसमें सुधार करने के निर्देश दिए हैं. वहीं मुख्य सचिव, समीक्षा बैठक की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को सौंपने वाले हैं. जानकारों की मानें तो रिपोर्ट के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन ले सकते हैं.

औरैया, लखीमपुर, मेरठ का अच्छा रहा प्रदर्शन: मुख्य सचिव ने समीक्षा बैठक में पाया कि प्रदेश के कुछ जिलों का अगस्त, सितंबर माह में आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निस्तारण करने में अच्छा प्रदर्शन रहा है. इन्होंने समयबद्ध तरीके से शिकायतों को निस्तारित कर स्पेशल क्लोज रिपोर्ट समिट की है. इसमें अगस्त में औरैया, लखीमपुर खीरी और लखनऊ शामिल हैं. इसी तरह सितंबर में औरैया, लखीमपुर खीरी, मेरठ, सहारनपुर और गोरखपुर के जिले शामिल हैं. इस पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इन जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी की प्रशंसा करते हुए अन्य जिलों के अधिकारियों को इसी आधार पर काम करने के निर्देश दिए.

ये भी पढ़ेंः योगी सरकार ने UP में बनाया ये नया पद, इस सीनियर IAS को दी गई जिम्मेदारी, पढ़िए पूरी खबर

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईजीआरएस (IGRS), सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर सख्त रुख अख्तियार किया है. पिछले कई दिनों से सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही और हीलाहवाली की शिकायतें मिल रहीं थीं. इस पर उन्होंने इन जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी की रिपोर्ट तलब की है. माना जा रहा है कि लापरवाह डीएम और एसएसपी, एसपी की रिपोर्ट मिलते ही बड़ी कार्रवाई की जा सकती है.

देवरिया, भदोही और गोंडा के शिकायतकर्ताओं ने जताया असंतोष: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले एक उच्च स्तरीय बैठक में आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने लापरवाह अधिकारियों की रिपोर्ट तलब करने के निर्देश दिए थे. मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने हाल ही में शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की. देवरिया, भदोही, गोंडा, ललितपुर, प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, आजमगढ़ और मीरजापुर के शिकायतकर्ताओं ने प्रशासन की कार्य प्रणाली पर असंतोष जताया है.

यूपी के 9 जिलों से नहीं मिला अच्छा फीडबैक: उत्तर प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि समीक्षा में पाया गया कि 1 सितंबर से 25 सितंबर के बीच प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में प्रदेश के कई जिलों का प्रदर्शन ठीक नहीं है. इसमें शिकायतों के निस्तारण के बाद सीएम हेल्पलाइन एवं सीएम डैशबोर्ड से लिए गए फीड बैक में शिकायतकर्ताओं ने असंतोष जताया है. इनमें देवरिया, भदोही, गोंडा, ललितपुर, प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, आजमगढ़ और मीरजापुर के जिले शामिल हैं.

शिकायतकर्ता 70% तक नाखुश दिखे: यूपी के 9 जिलों के शिकायतकर्ताओं ने अपनी शिकायत के निस्तारण के फीडबैक पर 70 प्रतिशत तक असंतोष जाहिर किया है. इस पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इन जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी को फटकार लगाते हुए इसमें सुधार करने के निर्देश दिए हैं. वहीं मुख्य सचिव, समीक्षा बैठक की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को सौंपने वाले हैं. जानकारों की मानें तो रिपोर्ट के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन ले सकते हैं.

औरैया, लखीमपुर, मेरठ का अच्छा रहा प्रदर्शन: मुख्य सचिव ने समीक्षा बैठक में पाया कि प्रदेश के कुछ जिलों का अगस्त, सितंबर माह में आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निस्तारण करने में अच्छा प्रदर्शन रहा है. इन्होंने समयबद्ध तरीके से शिकायतों को निस्तारित कर स्पेशल क्लोज रिपोर्ट समिट की है. इसमें अगस्त में औरैया, लखीमपुर खीरी और लखनऊ शामिल हैं. इसी तरह सितंबर में औरैया, लखीमपुर खीरी, मेरठ, सहारनपुर और गोरखपुर के जिले शामिल हैं. इस पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इन जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी की प्रशंसा करते हुए अन्य जिलों के अधिकारियों को इसी आधार पर काम करने के निर्देश दिए.

ये भी पढ़ेंः योगी सरकार ने UP में बनाया ये नया पद, इस सीनियर IAS को दी गई जिम्मेदारी, पढ़िए पूरी खबर

Last Updated : Sep 30, 2024, 5:19 PM IST
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