राजनांदगांव: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजनांदगांव में प्रचार के दौरान कहा कि अगर कांग्रेस में दम है तो हम पर लाठी चलाकर देखे. दरअसल मुख्यमंत्री साय संतोष पांडेय के नामांकन और प्रचार के लिए पहुंचे थे. मंच से भाषण के दौरान बोलते हुए साय ने कहा कि कांग्रेस में दम है तो वो लाठी चलाकर दिखाए. महंत ने कुछ दिनों पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
दुर्ग में बीजेपी ने किया जोरदार प्रदर्शन: चरणदास महंत के बयान का विरोध जताने के लिए दुर्ग ग्रामीण से बीजेपी विधायक ललित चंद्राकर भी सड़कों पर उतरे. विधायक अपने कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस भवन पर पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी लगातार कांग्रेस दफ्तर के भीतर घुसने की कोशिश कर रहे थे. नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस की लगाई बैरिकेड भी तोड़ दी. पुलिस ने किसी तरह से प्रदर्शनकारियों को काबू किया और उनका ज्ञापन लेकर उनको वहां से रवाना किया.
विधायक रिकेश सेन ने दी महंत को चेतावनी: दुर्ग के वैशाली नगर से बीजेपी विधायक और सेन सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष रिकेश सेन ने महंत को चेतावनी दी है. विधायक रिकेश सेन ने कहा कि महंत का बयान निंदनीय है. सेन समाज के लोग अब चरणदास महंत के परिवार के लोगों के बाल और दाढ़ी नहीं काटेंगे. रिकेश सेन ने कहा कि उनके घर कि महिलाएं भी ब्यूटी पार्लर नहीं जा पाएंगी. चरणदास महंत को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए.
जांजगीर चांपा में महंत का घर घेरने की कोशिश: नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के बयान के विरोध में जांजगीर चांपा में भी जोरदार प्रदर्शन हुआ. चरणदास महंत के घर को नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने घेरा. आवास घेरने के दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी और हंगामा किया. हंगामे के दौरान नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने यहां भी पुलिस के लगाए बैरिकेडस तोड़ दिए. पुलिस ने जब उनको रोकने की कोशिश की तो कार्यकर्ताओं की उनसे जमकर झूमाझटकी हुई.
कभी कांग्रेस ने कहा था ये मौत के सौदागर हैं. अब चरणदास महंत जो नेता प्रतिपक्ष हैं कह रहे हैं कि भूपेश बघेल ही हैं जो मोदी को लाठी मार सकते हैं. पीएम मोदी एक करोड़ 40 लाख लोगों के लिए रात दिन काम करते हैं उसके लिए ऐसा शब्द इस्तेमाल करना ठीक है. ऐसे बयान देने वालों को मजा चखाना चाहिए कि नहीं. अगर हिम्मत है इनके बाजू में तो हम पर लाठी चलाकर दिखाएं. - विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
मैं विशुद्ध रूप से छत्तीसगढिय़ां संस्कृति में रचा-बसा हूूं. छत्तीसगढ़ की भाषा शैली का उपयोग करते समय बीच-बीच में निर्धारित प्रयोग लक्षणा-व्यंजना में आने वाले शब्दों के साथ बात करता हूं. जो लोग छत्तीसगढ़ की रीति-नीति, भाषा संस्कृति को नहीं समझते, ऐसे मीडिया प्रतिनिधियों के द्वारा गलत ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है. मुझे प्रधानमंत्री के पद और संसदीय परंपरा और गरिमा का पूरा ज्ञान है. मैं स्वयं 4 बार सांसद, 5 बार विधायक रहा और स्पीकर के साथ-साथ नेता प्रतिपक्ष होने के नाते संवैधानिक गरिमा का भी ख्याल है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कईयों बार व्यक्तिगत मुलाकातें हुईं हैं. पीएम मुझे भी व्यक्तिगत तौर पर जानते हैं. जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे और मैं भारत सरकार में केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री था, तो उनके ही प्रदेश गुजरात के आणंद में आयोजित कार्यक्रम में काफी आत्मीयता से मुलाकात हुई. ऐसे व्यक्ति जो केवल भाजपा के नहीं बल्कि हर दल के लिए प्रधानमंत्री हैं, उन पर गलत टिप्पणी तो करने का सवाल ही नहीं उठता. - चरणदास महंत, नेता प्रतिपक्ष, छत्तीसगढ़
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जिस तरह की घटिया भाषा का इस्तेमाल छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष महंत ने किया है वो अफसोस के काबिल है. ऐसी घटिया भाषा का इस्तेमाल पूर्व में भी कांग्रेस के नेता करते आए हैं. - सुधांशु त्रिवेदी, सांसद, बीजेपी
महंत ने क्या कहा था: नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने चुनावी सभा में कहा था कि मोदी को लाठी मारना चाहिए. पीएम को लाठी मारने का काम भूपेश बघेल कर सकते हैं. महंत के इस बयान पर बीजेपी का गुस्सा फूट पड़ा. बीजेपी ने बैनर और पोस्टर के जरिए कहा कि मैं भी मोदी का परिवार हूं, पहली लाठी मुझे मार. बीजेपी के इस अभियान के बाद महंत विवादों में घिर गए.
महंत ने मांगी माफी: जैसे ही महंत के बयान पर विवाद बढ़ा. नेता प्रतिपक्ष ने तुरंत वीडियो जारी कर कहा कि मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया. मैं ऐसा बयान नहीं दे सकता हूं. पीएम का पद गरिमामय पद होता है, ये मैं अच्छे से जानता हूं. अगर मेरे बयान से किसी को खेद और दुख हुआ है तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. चरणदास महंत ने अपने ट्वीटर पर एक तस्वीर भी जारी की जो पीएम के साथ थी. महंत ने कहा कि वो हम सबके पीएम हैं. महंत ने सफाई देते हुए कहा कि
थम नहीं रहा विवाद: नेता प्रतिपक्ष ने जरूर बयान पर माफी मांग ली है और खेद भी जता दिया है लेकिन विवाद इतनी जल्दी थमता नहीं दिखाई दे रहा है. बीजेपी को भी बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया है लिहाजा वो भी महंत के बहाने कांग्रेस को घेरने में जुट गई है.