शिमला: हिमाचल में पांच जगह बादल फटने से आई भीषण बाढ़ अब अपने पीछे तबाही के निशान छोड़ गई है. बुधवार की रात प्रदेश में कयामत की रात बन कर लोगों पर बरसी. इस मानसून सीजन में आधी रात को आसमान से बारिश की रूप में बरसी आफत में कई लोग लापता हो गए हैं. जिनमें से कई लोग मलबे में दब गए हैं तो कई लोग पानी के तेज बहाव के साथ बह गए हैं. जिन्हें अब लोग तबाही के बाद बचे हुए मलबे के ढेरों में ढूंढ रहे हैं, इस उम्मीद से की शायद कोई चमत्कार हो जाए और उनके अपने जिंदा हों.
प्रभावितों से मिलेंगे सीएम सुक्खू
वहीं, बादल फटने की घटना में अपने को खो चुके लोगों का दुख बांटने के लिए आज सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू रामपुर के समेज का दौरा करेंगे. इस दौरान सीएम सुक्खू घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य का भी जायजा लेंगे. बादल फटने की सूचना मिलने के बाद गुरुवार को भी सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू सचिवालय से समेज की ओर रवाना हो गए थे, लेकिन खराब मौसम के चलते चौपर उड़ान ही नहीं भर सका. जिसके बाद सीएम सुक्खू वापस सचिवालय लौट आए थे.
सचिवालय में आज नहीं सुनी जाएंगी समस्याएं
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू हर शुक्रवार को प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाले लोगों की समस्याओं को सुनते हैं. इस दौरान लोगों की समस्याओं का मौके पर ही निपटारा करने का प्रयास रहता है. ऐसे लोग उम्मीद के साथ सीएम सुक्खू के पास अपनी परेशानियों को लेकर पहुंचते हैं, लेकिन बीते रोज प्रदेश में बादल फटने की पांच घटनाएं घटी हैं. जिसमें सबसे अधिक तबाही जिला शिमला के तहत रामपुर के समेज क्षेत्र में हुई है. यहां बादल फटने के बाद आई भीषण बाढ़ की वजह से 36 लोग लापता हुए हैं. जिन्हें तलाशने के लिए प्रशासन ने सर्च ऑपरेशन चलाया है. ऐसे में अपनों के लापता होने की पीड़ा झेल रहे लोगों से सहानुभूति जताने के लिए आज सीएम सुक्खू समेज जा रहे हैं. जिस कारण सचिवालय में लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए सीएम सुक्खू उपलब्ध नहीं रहेंगे.
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