बिलासपुर: सीएम सुक्खू ने हिमाचल के सरकारी स्कूलों में गुणात्मक शिक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है. प्रदेश के सरकारी स्कूलों में गिरते गुणात्मक स्तर को लेकर मुख्यमंत्री ने पूर्व की जयराम सरकार को जिम्मेवार ठहराया है.
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश के स्कूलों में शिक्षा का स्तर बहुत नीचे गिर गया है. गुणात्मक शिक्षा में हिमाचल 18वें स्थान पर पहुंच चुका है. आज प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पांचवीं क्लास में पढ़ने वाला छात्रा दूसरी क्लास की किताबें नहीं पढ़ पा रहा है.
सीएम सुक्खू ने आरोप लगाते हुए कहा पूर्व की जयराम सरकार ने दोबारा सत्ता पाने के लिए प्रदेश में एक हजार संस्थान खोल दिए लेकिन हमें सत्ता का लालच नहीं है. हम व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं.
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शिक्षा मंत्री ने कही थी स्कूलों को मर्ज करने की बात
हाल ही में प्रदेश शिक्षा मंत्री ने कम संख्या वाले 800 स्कूलों को मर्ज करने की बात कही थी. हिमाचल में सरकारी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा के स्तर में गुणवत्ता लाने की दिशा में सरकार छात्रों की कम संख्या वाले स्कूलों को मर्ज करने की तैयारी में है.
पहले चरण में दो से कम संख्या वाले ऐसे करीब 800 स्कूलों को मर्ज किया जाएगा. हिमाचल में पिछले साल भी कम छात्रों की संख्या वाले करीब 700 स्कूलों को मर्ज किया गया था.
हिमाचल का शिक्षा ढांचा
राज्य सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण में दर्ज दिसंबर 2023 के आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल में प्राइमरी स्कूलों की संख्या 10370 है. इसके अलावा मिडिल स्कूल 1850, हाई स्कूल 960 व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों की संख्या 1984 है.राज्य में सरकारी सेक्टर में डिग्री कॉलेजों की संख्या 148 है.
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