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CM सुक्खू ने किया 'इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना' का शुभारंभ, 2.42 लाख महिलाओं को मिलेगी 1500 रुपये पेंशन

CM Sukhu Launches Indira Gandhi Pyari Behna Samman Nidhi Yojana: लाहौल स्पीति के केलांग से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना का शुभारंभ किया. जिसके तहत अब प्रदेश की 8 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह पेंशन मिलेगी.

Himachal Women Pension Scheme
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Feb 26, 2024, 6:28 AM IST

लाहौल स्पीति: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लाहौल-स्पीति के जिला मुख्यालय केलांग में इंदिरा गांधी प्यारी महिला सम्मान निधि योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत जिला लाहौल-स्पीति की 18 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह पेंशन प्रदान की जाएगी. इस मौके पर उन्होंने कहा राज्य सरकार चरणबद्ध तरीके से अपनी सभी गारंटियों को पूरा कर रही है. सरकार ने पहला हिमाचल दिवस स्पीति घाटी के काजा में मनाया था और वहां 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को 1500 रुपये प्रतिमाह प्रदान करने की घोषणा की गई थी.

सीएम ने कहा, "आज मैं अपना वादा पूरा करने के लिए आया हूं. जिला लाहौल-स्पीति में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना शुरू करने के साथ-साथ प्रदेश में 1100 रुपये पेंशन प्राप्त करने वाली 2.37 लाख महिलाओं को भी मैं एक फरवरी 2024 से 1500 रुपये प्रदान करने की घोषणा करता हूं. इस प्रकार प्रदेश की 2.42 लाख महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपये की पेंशन प्राप्त होगी. हम जो कहते हैं, वह करते हैं. हम अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने और आत्मनिर्भर हिमाचल की नींव रखने के लिए आए हैं".

सीएम सुक्खू ने कहा माइनस 9 डिग्री तापमान में भी स्थानीय लोग कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं, लोगों का यह उत्साह देखकर आनंदित हूं. राज्य सरकार अपनी सभी गारंटियों को पूरा कर रही है. 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को 1500 रुपये प्रतिमाह प्रदान करने की घोषणा की गई थी. जिसे सरकार पूरा करने जा रही है.

इस मौके पर सीएम सुक्खू ने जिला लाहौल-स्पीति के उदयपुर में बीडीओ कार्यालय, दारचा में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने, केलांग में सीवरेज स्कीम और पानी की निकासी की योजना शुरू करने की घोषणा की. इसके अलावा शहर सौंदर्यीकरण की योजना बनाने, टिंडी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और मडग्रान में पशुपालन विभाग की डिस्पेंसरी खोलने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा जिला लाहौल-स्पीति में गर्मियों में स्कूल खुले रहेंगे और सर्दी में छुट्टियां होंगी.

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा बजट 2024-25 में राज्य सरकार ने सभी वर्गों के लिए योजनाएं शुरू की हैं. विधवा महिलाओं के बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च वहन करने की योजना आरंभ की है. इसके साथ ही मनरेगा दिहाड़ी में 60 रुपये वृद्धि कर इसे 240 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये किया गया है. दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य बन गया है, जहां गाय का दूध खरीद का न्यूनतम मूल्य 45 रुपये और भैंस का दूध 55 रुपये प्रति लीटर तय किया गया है.

सुक्खू ने कहा प्राकृतिक खेती के गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 40 रुपये प्रति किलोग्राम और मक्की का रेट 30 रुपये प्रति किलोग्राम तय किया गया है. कर्मचारियों को 4 प्रतिशत डीए और बकाया राशि का भुगतान चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा. पुलिस की डाइट मनी को पांच गुणा बढ़ाकर 210 रुपये से 1000 रुपये किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़कियों की शादी की आयु 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बनने जा रहा है. उन्होंने कहा मेधावी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए एक प्रतिशत ब्याज दर पर 20 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार ने डॉ. वाई.एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना आरंभ की है.

सीएम सुक्खू ने कहा अपनी गांरटी को पूरा करते हुए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के कई प्रतिबंध लगने के बावजूद पुरानी पेंशन को बहाल किया है, ताकि कर्मचारी बुढ़ापा सम्मानपूर्वक गुजार सकें. वहीं, राजस्थान में भाजपा की सरकार बनते ही उन्होंने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शुरू की गई पुरानी पेंशन स्कीम को वापस ले लिया गया है. उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश ने इतिहास की सबसे बड़ी आपदा का सामना किया, जिसमें 525 लोगों की मौत हुई और 16,000 घरों को नुकसान हुआ. केंद्र सरकार से कोई भी मदद न मिलने के बावजूद राज्य सरकार ने ₹4500 करोड़ रुपये का पैकेज आपदा प्रभावितों को दिया, जिसके तहत पूर्ण रूप से घर क्षतिग्रस्त होने पर मुआवजा राशि को 1.30 लाख से बढ़ाकर 7 लाख रुपये किया गया है.

उन्होंने कहा राज्य सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. राज्य सरकार ने पुरानी पेंशन स्कीम को शुरू किया है और महिलाओं को 1500 रुपये प्रदान करने की पहल भी लाहौल-स्पीति से कर दी है. आने वाले समय में इस योजना का लाभ चरणबद्ध तरीके से सभी जिलों में महिलाओं तक पहुंचाया जाएगा.

वहीं, कार्यक्रम में शामिल विधायक रवि ठाकुर ने 70 करोड़ रुपये की विभिन्न विकासात्मक परियोजना के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा इससे जनजातीय क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी. उन्होंने जिला वासियों को लाहौल शरद उत्सव की बधाई देते हुए कहा कि यह एक आपसी मेल-जोल और यहां की समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित करने का मंच है. वहीं, मुख्यमंत्री ने सांसद प्रतिभा सिंह द्वारा दान की कई एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और विकासात्मक प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया. मुख्यमंत्री ने जिला पुलिस की कॉफी टेबल बुक का अनावरण भी किया.

ये भी पढ़ें: जनता अगर कहे तो BJP ज्वाइन करने के बारे में किया जाएगा विचार- राजेंद्र राणा

लाहौल स्पीति: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लाहौल-स्पीति के जिला मुख्यालय केलांग में इंदिरा गांधी प्यारी महिला सम्मान निधि योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत जिला लाहौल-स्पीति की 18 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह पेंशन प्रदान की जाएगी. इस मौके पर उन्होंने कहा राज्य सरकार चरणबद्ध तरीके से अपनी सभी गारंटियों को पूरा कर रही है. सरकार ने पहला हिमाचल दिवस स्पीति घाटी के काजा में मनाया था और वहां 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को 1500 रुपये प्रतिमाह प्रदान करने की घोषणा की गई थी.

सीएम ने कहा, "आज मैं अपना वादा पूरा करने के लिए आया हूं. जिला लाहौल-स्पीति में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना शुरू करने के साथ-साथ प्रदेश में 1100 रुपये पेंशन प्राप्त करने वाली 2.37 लाख महिलाओं को भी मैं एक फरवरी 2024 से 1500 रुपये प्रदान करने की घोषणा करता हूं. इस प्रकार प्रदेश की 2.42 लाख महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपये की पेंशन प्राप्त होगी. हम जो कहते हैं, वह करते हैं. हम अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने और आत्मनिर्भर हिमाचल की नींव रखने के लिए आए हैं".

सीएम सुक्खू ने कहा माइनस 9 डिग्री तापमान में भी स्थानीय लोग कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं, लोगों का यह उत्साह देखकर आनंदित हूं. राज्य सरकार अपनी सभी गारंटियों को पूरा कर रही है. 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को 1500 रुपये प्रतिमाह प्रदान करने की घोषणा की गई थी. जिसे सरकार पूरा करने जा रही है.

इस मौके पर सीएम सुक्खू ने जिला लाहौल-स्पीति के उदयपुर में बीडीओ कार्यालय, दारचा में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने, केलांग में सीवरेज स्कीम और पानी की निकासी की योजना शुरू करने की घोषणा की. इसके अलावा शहर सौंदर्यीकरण की योजना बनाने, टिंडी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और मडग्रान में पशुपालन विभाग की डिस्पेंसरी खोलने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा जिला लाहौल-स्पीति में गर्मियों में स्कूल खुले रहेंगे और सर्दी में छुट्टियां होंगी.

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा बजट 2024-25 में राज्य सरकार ने सभी वर्गों के लिए योजनाएं शुरू की हैं. विधवा महिलाओं के बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च वहन करने की योजना आरंभ की है. इसके साथ ही मनरेगा दिहाड़ी में 60 रुपये वृद्धि कर इसे 240 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये किया गया है. दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य बन गया है, जहां गाय का दूध खरीद का न्यूनतम मूल्य 45 रुपये और भैंस का दूध 55 रुपये प्रति लीटर तय किया गया है.

सुक्खू ने कहा प्राकृतिक खेती के गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 40 रुपये प्रति किलोग्राम और मक्की का रेट 30 रुपये प्रति किलोग्राम तय किया गया है. कर्मचारियों को 4 प्रतिशत डीए और बकाया राशि का भुगतान चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा. पुलिस की डाइट मनी को पांच गुणा बढ़ाकर 210 रुपये से 1000 रुपये किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़कियों की शादी की आयु 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बनने जा रहा है. उन्होंने कहा मेधावी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए एक प्रतिशत ब्याज दर पर 20 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार ने डॉ. वाई.एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना आरंभ की है.

सीएम सुक्खू ने कहा अपनी गांरटी को पूरा करते हुए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के कई प्रतिबंध लगने के बावजूद पुरानी पेंशन को बहाल किया है, ताकि कर्मचारी बुढ़ापा सम्मानपूर्वक गुजार सकें. वहीं, राजस्थान में भाजपा की सरकार बनते ही उन्होंने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शुरू की गई पुरानी पेंशन स्कीम को वापस ले लिया गया है. उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश ने इतिहास की सबसे बड़ी आपदा का सामना किया, जिसमें 525 लोगों की मौत हुई और 16,000 घरों को नुकसान हुआ. केंद्र सरकार से कोई भी मदद न मिलने के बावजूद राज्य सरकार ने ₹4500 करोड़ रुपये का पैकेज आपदा प्रभावितों को दिया, जिसके तहत पूर्ण रूप से घर क्षतिग्रस्त होने पर मुआवजा राशि को 1.30 लाख से बढ़ाकर 7 लाख रुपये किया गया है.

उन्होंने कहा राज्य सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. राज्य सरकार ने पुरानी पेंशन स्कीम को शुरू किया है और महिलाओं को 1500 रुपये प्रदान करने की पहल भी लाहौल-स्पीति से कर दी है. आने वाले समय में इस योजना का लाभ चरणबद्ध तरीके से सभी जिलों में महिलाओं तक पहुंचाया जाएगा.

वहीं, कार्यक्रम में शामिल विधायक रवि ठाकुर ने 70 करोड़ रुपये की विभिन्न विकासात्मक परियोजना के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा इससे जनजातीय क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी. उन्होंने जिला वासियों को लाहौल शरद उत्सव की बधाई देते हुए कहा कि यह एक आपसी मेल-जोल और यहां की समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित करने का मंच है. वहीं, मुख्यमंत्री ने सांसद प्रतिभा सिंह द्वारा दान की कई एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और विकासात्मक प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया. मुख्यमंत्री ने जिला पुलिस की कॉफी टेबल बुक का अनावरण भी किया.

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