शिमला: सीएम सुक्खू आज चंबा जिला के तहत तीसा, सलूणी व बनीखेत में चुनावी जनसभाओं को संबोधित कर कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी आनंद शर्मा के लिए वोट मांगेंगे. इस दौरान सीएम सुक्खू फिर से चुनावी सभाओं में बागियों की क्लास लेंगे. प्रदेश में चार लोकसभा और विधानसभा की छह सीटों पर होने वाले मतदान के लिए अब केवल 10 दिन बचे हैं. मतदान की तारीख नजदीक आते ही प्रदेश में अब चुनाव प्रचार पूरे शबाब पर है.
खासकर कांग्रेस की तरफ से अभी तक कोई भी राष्ट्रीय स्तर का नेता हिमाचल में प्रचार के लिए नहीं पहुंचा है. ऐसे में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्टार प्रचारक का जिम्मा अपने कंधों पर उठा रखा है. वह प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में धुंआधार जनसभाएं कर रहे हैं. अब तक कई जनसभाएं कर वह मतदाताओं की नब्ज को टटोल चुके हैं.
इसी कड़ी में आज सीएम सुक्खू चंबा जिले के तहत तीसा, सलूणी व बनीखेत में चुनावी जनसभा को संबोधित कर कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी आनंद शर्मा के लिए वोट मांगेंगे. इस दौरान सीएम सुक्खू फिर से चुनावी सभाओं में बागियों की क्लास लेंगे.
नहीं बख्शे जाएंगे बागी:
हिमाचल में अब तक हुई जनसभाओं में सीएम सुक्खू के निशाने पर सबसे अधिक बागी नेता रहे हैं. प्रदेश में नामांकन प्रक्रिया के दौरान सीएम सभी प्रत्याशियों के साथ खड़े नजर आए. सीएम पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार के लिए रखी गई चुनावी जनसभाओं में बागियों पर तीखे हमले कर चुके हैं. उन्होंने लोगों को बताया कि किस तरह से कांग्रेस के छह बागियों ने भाजपा के प्रलोभन में आकर राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग कर पार्टी की पीठ में छुरा घोंपा है.
सोमवार को चंबा जिले के तहत विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित होने वाली चुनावी रैलियों में सीएम फिर से बागी पूर्व विधायकों पर तीखे प्रहार कर सकते हैं. वहीं, 19 मई को सीएम ने शिमला संसदीय क्षेत्र के तहत नालागढ़ के पंजेरा व दून के बद्दी में शिमला लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी के समर्थन में चुनावी जनसभाएं कीं.
सीएम सुक्खू ने नालागढ़ के आजाद विधायक पर भी बिकने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह पहले ऐसे आजाद विधायक हैं, जो इस्तीफा स्वीकार करवाने के लिए विधानसभा के बाहर धरना दे रहे हैं. हाईकोर्ट में इस्तीफा मंजूर करवाने गए, लेकिन वहां भी उन्हें मुंह की खानी पड़ी.
सीएम ने पूछा कि आजाद विधायक को किस बात का डर था कि वह भाजपा की राजनीतिक मंडी में बिक गए इसलिए एक माह तक घर नहीं आए. वह भी सरकार गिराने के लिए भाजपा की ओर से रची गई साजिश में शामिल हैं. उन्होंने नालागढ़ की जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है.
काला कोट सिलाने को लेकर जयराम भी निशाने पर:
हिमाचल में इस साल बीती 27 फरवरी को राज्यसभा की एक सीट पर हुई क्रॉस वोटिंग के बाद उपजे सियासी संकट के लिए सीएम सुक्खू हर चुनावी सभा में भाजपा को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं. सीएम सुक्खू ने शिमला में विनोद सुल्तानपुरी और बिलासपुर में सतपाल रायजादा के पक्ष में चुनावी चुनावी जनसभाओं के दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर खूब तंज कसे.
सुक्खू ने कहा कि पूर्व सीएम जयराम ठाकुर दिन में सपने देखना छोड़ दें. वर्तमान कांग्रेस सरकार भगवान के आशीर्वाद से 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी. जयराम ने धनबल का प्रयोग करने के बाद जो नया काला कोट शपथ लेने के लिए सिलाया था, वह दर्जी के पास ही पड़ा रहेगा. जिन विधायकों ने भाजपा को अपना ईमान बेचा है, उनकी पूरी कुंडली खुल रही है. जनता जान चुकी है कि बिकाऊ विधायक एक महीना हिमाचल की सीमा के अंदर क्यों नहीं आए. वे सरकार गिराने की साजिश रचने में लगे थे और परिवार को भी मुंह दिखाने के काबिल नहीं थे.
लोगों को पसंद आ रहे सुक्खू के आक्रामक तेवर:
चुनावी जनसभाओं में सीएम सुक्खू अपने आक्रामक तेवर के साथ विरोधियों पर निशाना साध रहे हैं. लोगों को सीएम का ये अंदाज काफी पसंद आ रहा है. मुख्यमंत्री अपने प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए रोजाना तीन से चार चुनावी रैलियों को संबोधित कर रहे हैं. ऐसे में जैसे-जैसे मतदान की तारीख और नजदीक आएगी चुनावी रैलियों में सीएम सुक्खू की डिमांड और बढ़ने वाली है. बता दें कि हिमाचल में चार लोकसभा सीटों व विधानसभा की छह सीटों पर 1 जून को उपचुनाव होना है.
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