धर्मशाला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा जिला के अपने शीतकालीन प्रवास के अंतिम दिन पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह के बाद बैजनाथ के लिए 70.26 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के शिलान्यास व उद्घाटन किए.
सीएम ने बैजनाथ-पपरोला के लिए 44 करोड़ रुपये की पेयजल परियोजना का शिलान्यास किया. इसके अलावा बीड़ में 9.23 करोड़ रुपये की लागत से 33/11 केवी विद्युत सब-स्टेशन और कुमारदा से माधोनगर नैन भनखेड़ तक 2.91 करोड़ रुपये की लागत से सड़क निर्माण परियोजना का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री ने बीड़ में विश्व प्रसिद्ध पैराग्लाइडिंग स्थल पर 9 करोड़ रुपये की लागत से पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया और क्योरी (बीड़) के पास दो पार्किंग सुविधाएं और 5.12 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पैराग्लाइडिंग लैंडिंग स्थल को जनता को समर्पित किया.
बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल ने इन परियोजनाओं के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह परियोजनाएं बिना किसी पूर्व अनुरोध के बनाई गई हैं, जो क्षेत्र के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बीड़ में पैराग्लाइडिंग सेंटर-एवं-होटल परिसर का उद्घाटन किया. इस परिसर का निर्माण हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा पर्यटन विभाग की स्वदेश दर्शन योजना के अंतगर्त किया गया है ताकि राज्य में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके.
परिसर के निर्माण की कुल लागत करीब करोड़ रुपये है. यह भवन बीड़ के मध्य में स्थित है. इस भवन में कार्यालय कक्ष, व्याख्यान कक्ष, सम्मेलन कक्ष, छात्रावास, सिंगल बेड रूम, एक डाइनिंग हॉल और एक आधुनिक रसोईघर है, जिसमें एक ही समय में कई पर्यटक और प्रशिक्षु रह सकते हैं. परिसर में लिफ्ट की सुविधा भी है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि साहसिक खेल और पर्यटन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, जो उत्साह, चुनौती और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक अनूठा मिश्रण हैं. उन्होंने कहा कि बीड़ पैराग्लाइडिंग सेंटर-एवं-होटल परिसर हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम और एबीवी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड स्पोर्ट्स, मनाली द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जाएगा.
भवन का कुछ हिस्सा एबीवी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड स्पोर्ट्स, मनाली द्वारा पैराग्लाइडिंग पाठ्यक्रम चलाने के लिए रखा जाएगा और परिसर के बाकी हिस्से में बीड़ में आने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए होटल की सुविधा होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परिसर में राज्य के लिए राजस्व अर्जित करने की अपार संभावनाएं हैं, क्योंकि यह भारत में अपनी तरह का पहला परिसर होगा जो ना केवल कांगड़ा जिले में आने वाले पर्यटकों की मेजबानी करेगा, बल्कि पैराग्लाइडिंग सीखने के इच्छुक लोगों को भी प्रशिक्षण देगा.
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