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'चारधाम यात्री सुखद संदेश लेकर जाएं, हर समय सतर्क रहें अधिकारी' अफसरों को सीएम धामी के निर्देश - Uttarakhand Chardham Yatra 2024 - UTTARAKHAND CHARDHAM YATRA 2024

Uttarakhand Chardham Yatra 2024 चारधाम यात्रा में आए श्रद्धालुओं की समस्याओं का तत्काल समाधान और भीड़ प्रबंधन पर विशेष फोकस करें. श्रद्धालुओं से फीडबैक भी लें. साथ ही चारधाम यात्रा में पेयजल और विद्युत की आपूर्ति सुचारू हो, इसका ध्यान रखें. ताकि, यात्री सुखद संदेश लेकर जाएं. यह निर्देश सीएम धामी ने समीक्षा बैठक में आला अधिकारियों को दिए.

CM Pushkar Dhami Meeting
सीएम धामी बैठक (फोटो- X@pushkardhami)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 21, 2024, 10:34 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. मौजूदा स्थिति ये है कि अभी भी व्यवस्थाएं सुचारू नहीं हो पा रही है. जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में चारधाम यात्रा, पेयजल और विद्युत आपूर्ति व्यवस्थाओं के साथ ही वनाग्नि की रोकथाम को लेकर आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी हर समय सतर्क रहें. साथ ही चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्री देवभूमि से सुखद संदेश लेकर जाएं, इस दिशा में प्रयास करें.

चारधाम यात्रा से जुड़ी है लाखों लोगों की रोजी-रोटी: सीएम पुष्कर धामी ने अधिकारियों को हर वक्त सतर्क रहने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यात्रा व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारियों के साथ लगातार समन्वय बनाते हुए तीर्थ यात्रियों की यात्रा सुखद और सुरक्षित बनाए जाने का प्रयास करें. देवभूमि उत्तराखंड में आने वाले श्रद्धालुओं को सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हों, ये हमारी जिम्मेदारी और उद्देश्य भी होना चाहिए. बैठक के दौरान सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा राज्य की आर्थिकी से भी जुड़ा है. क्योंकि, लाखों लोगों की रोजी-रोटी इसी से जुड़ी हुई है.

श्रद्धालुओं की समस्याओं का तत्काल करें समाधान: चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रहा है. ऐसे में हम सभी का दायित्व है कि यात्रा को सुगम और सरल बनाने को लेकर सभी लोग मिलकर काम करें. यात्रा की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में राज्य सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों से जुड़े सभी जिले यात्रा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए समन्वय के साथ काम करें. इसके अलावा चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की समस्याओं का समाधान तत्काल प्रभाव से किया जाए.

भीड़ प्रबंधन पर विशेष फोकस करें, श्रद्धालुओं से लें फीडबैक: यात्रा के लिए भीड़ प्रबंधन का विशेष ध्यान रखा जाए. साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि चारों धामों में श्रद्धालुओं की जो संख्या तय की गई है, उसके अनुसार ही श्रद्धालुओं को भेजा जाए. इसके साथ ही बिना रजिस्ट्रेशन के जो श्रद्धालु उत्तराखंड की सीमा के अंदर प्रवेश कर चुके हैं. उन्हें चारों धामों के अलावा राज्य के अन्य धार्मिक और पर्यटक स्थलों के लिए जाना चाहते हैं तो उन यात्रियों को वहां भेजने का भी प्रयास किया जाए. अधिकारी ग्राउंड पर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ ही श्रद्धालुओं से फीडबैक भी लें. ताकि, छोटी-छोटी कमियों को भी दूर किया जाए.

चारधाम यात्रा में पेयजल और विद्युत की आपूर्ति सुचारू हो: चारधाम यात्रा में भी पेयजल की पर्याप्त हो, इसके लिए पेयजल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी फील्ड में जाकर पेयजल व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति को जानें. साथ ही जिन क्षेत्रों में पेयजल की कमी है, उन क्षेत्रों में टैंकरों और अन्य माध्यमों से पेयजल उपलब्ध कराया जाए. प्रदेश में पर्याप्त विद्युत आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाए. इसके लिए तीनों निगम /यानी यूपीसीएल, यूजेवीएनएल और पिटकुल आपसी तालमेल बनाकर काम करें. विद्युत की मांग के अनुसार आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था भी की जाए.

सीएम धामी ने बैठक के दौरान वनाग्नि की घटना को रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान पर जोर दिया. सीएम ने कहा कि जन जागरूकता के लिए जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए. ताकि, वनाग्नि पर लगाम लग सके. सीएम ने कहा कि वनाग्नि की रोकथाम के लिए सचिवों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ऐसे में सभी सचिव, जिलों में जाकर वनाग्नि से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण करें और वनाग्नि को रोकने के लिए बेहतर कदम उठाएं. इसके साथ ही जंगलों में आग लगाने की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई करें.

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देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. मौजूदा स्थिति ये है कि अभी भी व्यवस्थाएं सुचारू नहीं हो पा रही है. जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में चारधाम यात्रा, पेयजल और विद्युत आपूर्ति व्यवस्थाओं के साथ ही वनाग्नि की रोकथाम को लेकर आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी हर समय सतर्क रहें. साथ ही चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्री देवभूमि से सुखद संदेश लेकर जाएं, इस दिशा में प्रयास करें.

चारधाम यात्रा से जुड़ी है लाखों लोगों की रोजी-रोटी: सीएम पुष्कर धामी ने अधिकारियों को हर वक्त सतर्क रहने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यात्रा व्यवस्थाओं से जुड़े अधिकारियों के साथ लगातार समन्वय बनाते हुए तीर्थ यात्रियों की यात्रा सुखद और सुरक्षित बनाए जाने का प्रयास करें. देवभूमि उत्तराखंड में आने वाले श्रद्धालुओं को सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हों, ये हमारी जिम्मेदारी और उद्देश्य भी होना चाहिए. बैठक के दौरान सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा राज्य की आर्थिकी से भी जुड़ा है. क्योंकि, लाखों लोगों की रोजी-रोटी इसी से जुड़ी हुई है.

श्रद्धालुओं की समस्याओं का तत्काल करें समाधान: चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रहा है. ऐसे में हम सभी का दायित्व है कि यात्रा को सुगम और सरल बनाने को लेकर सभी लोग मिलकर काम करें. यात्रा की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में राज्य सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों से जुड़े सभी जिले यात्रा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए समन्वय के साथ काम करें. इसके अलावा चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की समस्याओं का समाधान तत्काल प्रभाव से किया जाए.

भीड़ प्रबंधन पर विशेष फोकस करें, श्रद्धालुओं से लें फीडबैक: यात्रा के लिए भीड़ प्रबंधन का विशेष ध्यान रखा जाए. साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि चारों धामों में श्रद्धालुओं की जो संख्या तय की गई है, उसके अनुसार ही श्रद्धालुओं को भेजा जाए. इसके साथ ही बिना रजिस्ट्रेशन के जो श्रद्धालु उत्तराखंड की सीमा के अंदर प्रवेश कर चुके हैं. उन्हें चारों धामों के अलावा राज्य के अन्य धार्मिक और पर्यटक स्थलों के लिए जाना चाहते हैं तो उन यात्रियों को वहां भेजने का भी प्रयास किया जाए. अधिकारी ग्राउंड पर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ ही श्रद्धालुओं से फीडबैक भी लें. ताकि, छोटी-छोटी कमियों को भी दूर किया जाए.

चारधाम यात्रा में पेयजल और विद्युत की आपूर्ति सुचारू हो: चारधाम यात्रा में भी पेयजल की पर्याप्त हो, इसके लिए पेयजल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी फील्ड में जाकर पेयजल व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति को जानें. साथ ही जिन क्षेत्रों में पेयजल की कमी है, उन क्षेत्रों में टैंकरों और अन्य माध्यमों से पेयजल उपलब्ध कराया जाए. प्रदेश में पर्याप्त विद्युत आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाए. इसके लिए तीनों निगम /यानी यूपीसीएल, यूजेवीएनएल और पिटकुल आपसी तालमेल बनाकर काम करें. विद्युत की मांग के अनुसार आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था भी की जाए.

सीएम धामी ने बैठक के दौरान वनाग्नि की घटना को रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान पर जोर दिया. सीएम ने कहा कि जन जागरूकता के लिए जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए. ताकि, वनाग्नि पर लगाम लग सके. सीएम ने कहा कि वनाग्नि की रोकथाम के लिए सचिवों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ऐसे में सभी सचिव, जिलों में जाकर वनाग्नि से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण करें और वनाग्नि को रोकने के लिए बेहतर कदम उठाएं. इसके साथ ही जंगलों में आग लगाने की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई करें.

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