पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को स्वर्गीय सुशील मोदी के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. साथ ही उनकी पत्नी को सांत्वना भी दिया. मुख्यमंत्री बीमार होने के कारण सुशील मोदी के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे. लेकिन, आज स्वस्थ होने के बाद वह तुरंत सुशील मोदी के परिवार वालों से मिलने पहुंच गए. उनके साथ जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी और राज्यसभा के सांसद संजय झा भी मौजूद थे.
चर्चा में रहती थी दोनों की दोस्ती: दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी की दोस्ती हमेशा चर्चा में रही है. बिहार में 2005 में जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने थे तो सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री थे. साथ ही वित्त मंत्री भी थे. 2005 से दोनों ने मिलकर बिहार को पटरी पर लाया था. इस दौरान बिहार में एनडीए के गठन में भी सुशील मोदी की बड़ी भूमिका रही थी.
सुशील मोदी से था बेहतर संबंध: सुशील मोदी के कारण नीतीश कुमार बीजेपी के साथ हमेशा से बेहतर तालमेल कर सके. यहां तक की अपनी कई अजीबो गरीब मांग को भी सुशील मोदी के माध्यम से मनवाते रहे. बीजेपी में सुशील कुमार मोदी और अरुण जेटली का नीतीश कुमार के साथ सबसे बेहतर संबंध रहा, लेकिन अब दोनों नहीं रहे.
'मैंने सच्चा मित्र खो दिया': बिहार में जब नीतीश कुमार 2013 में एनडीए से अलग हो गए तब 2017 में नीतीश कुमार की एनडीए में फिर से वापसी करने में सुशील मोदी ने बड़ी भूमिका रही थी. इसलिए सुशील मोदी के निधन के बाद नीतीश कुमार ने कहा था कि मैंने सच्चा मित्र खो दिया है.
पटना में हुआ अंतिम संस्कार: बता दें कि दिवंगत बीजेपी नेता सुशील मोदी का राजकीय सम्मान के साथ मंगलवार की शाम पटना में अंतिम संस्कार किया गया था. जहां सुशील मोदी के अंतिम संस्कार में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल रहे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर उनके निधन पर गहरा शोक जताया था.
सीएम नीतीश कुमार ने जताया था दुःखः सुशील मोदी के निधन पर सीएम नीतीश कुमार ने गहरा दुःख जताया था. उन्होंने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी जी का निधन दुःखद है. वे जे.पी. आंदोलन के सच्चे सिपाही थे. उपमुख्यमंत्री के तौर पर भी उन्होंने हमारे साथ काफी वक्त तक काम किया. मेरा उनके साथ व्यक्तिगत संबंध था. उनके निधन से मैं मर्माहत हूं.