पटना : बुधवार को नियोजित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक बनाने के लिए आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे प्रयासों के बारे में तो बोला हीं, साथ-साथ जमकर राजनीतिक बयान बाजी भी की. उन्होंने कहा कि दो बार गलती हो गई, अब इधर-उधर नहीं जाएंगे. उन्होंने शिक्षकों से कहा कि आप सभी 2005 के बाद बहाल हुए हैं इसलिए पहले की बातों को भी याद कीजिए. नई बात के आगे लोग पुरानी बात भूल जाते हैं लेकिन याद रखिए सब कुछ हम ही लोगों ने किया है.
'2005 के पहले के हालात याद कीजिए' : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि 2005 के पहले प्रदेश में सड़क नहीं थी. वह जब एमपी हुआ करते थे और केंद्र में मंत्री थे, तो जब क्षेत्र में दौरा करते थे, उस समय उन्हें पैदल ही चलना पड़ता था क्योंकि सड़क नहीं थी. 2005 से आने के बाद शिक्षा स्वास्थ्य सड़क और सभी क्षेत्रों में उन लोगों ने मिलकर काफी काम किया है. सीएम का उन लोगों ने मिलकर कहने का मतलब था भाजपा और जदयू की एनडीए सरकार ने सभी काम किए हैं. सीएम ने बताया कि 2005 के पहले लोग पटना में भी शाम होने के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे और अभी की क्या स्थिति है सभी जानते हैं.
''आप सभी 2005 के बाद बहाल हुए शिक्षक हैं. पहले की स्थिति को भी याद कीजिए. और उसके बाद 2005 से हम लोगों ने जो काम किया है उसे भी याद रखिए. आप लोग नई बात के आगे पुरानी बात को भूल जाते हैं. लेकिन ध्यान रखिएगा की जितना भी जो कुछ हुआ है, आज प्रदेश जितना आगे बढ़ रहा है हम लोगों ने मिलकर ही यह किया है और कर रहे हैं.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
'दो बार गलती हुई, अब इधर-उधर नहीं जाएंगे' : शिक्षकों को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने 6 बार कहा कि 'दो बार गलती हो गई, अब इधर-उधर नहीं जाएंगे'. सीएम ने नव नियुक्त विशिष्ट शिक्षकों को कहा कि याद कीजिए 2005 के पहले के हालात. प्रदेश में सरकारी विद्यालयों की कमी थी और जो सरकारी विद्यालय थे, वहां शिक्षकों की काफी कमी थी. हम लोग जब आए तो नियोजन इकाइयों के माध्यम से शिक्षक बहाल किए गए. बीच में दो बार इधर-उधर हो गए जो बड़ी गलती हुई, अब हम लोगों में कोई इधर-उधर नहीं जाने वाला. मिलकर प्रदेश में सभी क्षेत्रों में बेहतर प्रयास किया जा रहे हैं.
'महिलाओं को आगे बढ़ाना है' : सीएम नीतीश ने कहा कि महिलाओं में शिक्षा को बढ़ाने के लिए बालिका साइकिल योजना शुरू किया फिर बाद में लड़कों के लिए भी लागू कर दिया. बालिकाओं को 12वीं पास करने के बाद आर्थिक सहायता देना शुरू किया और इसे 10000 से बढ़कर 25000 कर दिया. वही स्नातक उत्तीर्ण होने पर 25000 से बढ़कर 50000 रुपए कर दिया. पढ़ने में लड़का लड़की सब बराबर होते जा रहे हैं और यह बहुत खुशी की बात है. महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाना है. महिला मजबूत होगी आगे बढ़ेगी तो समाज आगे बढ़ेगा.
ये भी पढ़ें :
विशिष्ट शिक्षक अपने पुराने स्कूल में ही सेवा जारी रखेंगे, CM नीतीश कुमार का बड़ा ऐलान
'नियोजित शिक्षक जहां हैं वहीं रहेंगे', CM नीतीश की घोषणा से शिक्षकों के चेहरे पर दिखी खुशी