पटना : पटना में जिस तरह से सर्दी बढ़ी है उसी तरह से यहां का सियासी पारा करवट ले रहा है. कयास यह लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब अपना गठबंधन बदल देंगे. नीतीश कुमार अब अगला गठबंधन एनडीए के साथ करने वाले हैं. हालांकि हम इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं लेकिन, इसकी शुरुआत नीतीश कुमार ने कर्पूरी जयंती के समय 'परिवारवाद' वाले बयान के साथ कर दी थी.
नीतीश के 'परिवारवाद' वाले बयान से गरमायी सियासत : कर्पूरी जयंती में उन्होंने कहा था कि हमें परिवारवाद बिल्कुल पसंद नहीं है. कर्पूरी ठाकुर भी जब तक राजनीति में रहे तब तक उन्होंने परिवारवाद को प्रश्रय नहीं दिया, मैं भी राजनीति में हूं लेकिन मेरे परिवार से कोई भी राजनीती में नहीं है. इसके बाद आज लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने नीतीश कुमार को जवाब दिया. इशारों में कहा कि समाजवाद के ऐसे पुरोधा हैं. जो बात-बात पर पलट जाते हैं.
पटना से दिल्ली तक बैठकों का दौर : इधर लगातार दो-तीन घटनाक्रम तेजी से बदला, नीतीश कुमार ने अपने करीबी नेताओं को सीएम हाउस बुला लिया, वहां मीटिंग शुरू हो गई. उधर, तेजस्वी यादव ने भी अपने आवास पर नेताओं को बुलाया. बीजेपी ने अपने सभी नेताओं को दिल्ली तलब किया है. जहां अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ उनकी मीटिंग हुई.
सीएम हाउस के बाहर मीडिया का जमावड़ा : इधर, सूत्रों के मुताबिक लालू यादव ने नीतीश कुमार को फोन किया, नीतीश कुमार कहा कि निश्चिंत रहने की जरूरत है. सरकार में कोई दिक्कत नहीं है. वहीं, केसी त्यागी ने बयान देते हुए यह कहा कि हिंदी गठबंधन को सीटों बटवारा कर लेना चाहिए. जल्द से जल्द फैसला ले लेना चाहिए. वहीं, राज भवन और सीएम हाउस में मीडिया का लगातार जमावड़ा बढ़ा हुआ है.
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