कुरुक्षेत्र: हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में चार दिनों के लिए हरियाणा दिवस के उपलक्ष में रत्नावली महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. जिसका आज यानी सोमवार को अंतिम दिन है. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में रत्नावली के समापन समारोह में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर और उनकी टीम की सराहना की. उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की रत्नावली आयोजक टीम को मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं. जिन्होंने रत्नावली जैसे उत्सव का सफल आयोजन किया है और हरियाणा की संस्कृति को बखूबी दर्शाया है.
रत्नावली समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री: मुख्यमंत्री ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में रत्नावली पिछले कई सालों से मनाते आ रही है. यह हरियाणा के लोगों के लिए एक गौरव की बात है कि हम यहां पर अपनी हरियाणा की संस्कृति का प्रदर्शन करते हैं. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा के युवाओं को अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए एक बहुत ही अच्छा मंच दिया है. ऐसे भूत से हमारे युवा कलाकार है जो कुरुक्षेत्र रत्नावली मंच से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं.
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित हरियाणा दिवस राज्य स्तरीय " रत्नावली" महोत्सव के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर आनंदित महसूस किया।
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) October 28, 2024
इस अवसर पर उपस्थित जनों एवं युवा शक्ति को हरियाणा दिवस एवं दीपावली की बधाई व शुभकामनाएं दी।
शिक्षा के साथ-साथ हरियाणा की संस्कृति… pic.twitter.com/F2PHBnj8Kf
युवाओं को संस्कृति से जोड़ने के लिए रत्नावली का आयोजन: उन्होंने कहा कि इस बार अगर रत्नावली में 3000 से ज्यादा छात्र 34 विधाओं में भाग ले रहे हैं. हरियाणवी कल्चर को बढ़ावा देने के लिए यह एक अच्छा प्रयास है. मैं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इस प्रयास से काफी खुश हूं, कि जिन्होंने हमारे आने वाली पीढ़ियों को हमारी संस्कृति से अवगत कराने के लिए ऐसे आयोजन किए हैं. उन्होंने कहा कि जहां कला में रत्नावली के जरिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने नए आयाम स्थापित किए हैं. तो वहीं शैक्षणिक संस्थान में भी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने एक नया मुकाम हासिल किया है.
समारोह में बोले सीएम: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय भारत के जाने-माने विश्वविद्यालय की सूची में शामिल है. यहां पर हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर कर प्रदेश का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रहे हैं. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की बात करें, तो यह हरियाणा का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है. जहां पर दूसरे राज्य से ही नहीं विदेशों से भी छात्र पढ़ाई करने के लिए आते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे समापन समारोह पर आमंत्रित किया गया है, जिसके चलते मुझे काफी अच्छा लग रहा है कि मुझे भी आज अपनी हरियाणा की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिला है.
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