इंदौर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव एक दिन के दौरे पर इंदौर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने एक तालाब के गहरीकरण और सौंदर्यीकरण का मुआयना किया. वे भोरसला स्थित एक प्राचीन बावड़ी और तालाब में जल दान को लेकर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने जल संरक्षण को लेकर ग्रामीणों से बात भी की और जल गंगा संवर्धन के तहत जल स्रोतों की साफ-सफाई और उनके संरक्षण में सहायता के लिए आभार व्यक्त किया.
3 हजार करोड़ रुपए की मंजूरी
सीएम मोहन यादव ने कहा कि इंदौर में अनूठी पहल करते हुए जल संरक्षण के लिए तालाब के गहरीकरण और सौंदर्यीकरण का काम किया गया है. इसके लिए लगभग 17 बावड़ी और 115 कुओं का सिलेक्शन किया गया है. निश्चित तौर पर जल गंगा संवर्धन अभियान का अब समापन की ओर है, लेकिन हम मध्य प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान को हमेशा जारी रखेंगे और अलग-अलग तरह से जल संवर्धन की योजना बनाकर उस पर काम करते रहेंगे. जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत 3 हजार करोड़ की मंजूरी की गई है.
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अभियान में भागीदारी के लिए किया आभार व्यक्त
पूरे प्रदेश में 5 जून से 16 जून तक जल गंगा अभियान की शुरूआत की गई थी. इसको लेकर सीएम मोहन यादव ने कहा कि "इस अभियान में 55 जिलों के जनप्रतिनिधि, विधायक, सांसद, मंत्री महापौर, नगर पालिका और जिला पंचायत अध्यक्ष सहित पूरे समाज ने इसमें जन भागीदारी की, इसके लिए मैं सबका आभार मानता हूं. जल ही जीवन है इस सिद्धांत को मानते हुए हम लगातार अभियान को बढ़ाते रहेंगे."