रीवा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को एक दिवसीय प्रवास पर रीवा आए. देश का दूसरा चारों धाम कहा जाने वाला लक्ष्मण बाग मन्दिर परिसर में अयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान कार्यक्रम में शामिल हुए. मोहन यादव सबसे पहले लक्ष्मण बाग मन्दिर परिसर में स्थित गौशाला में पहुंचकर गोवंशों की पूजा अर्चना की और उन्हें भोजन कराया. इसके बाद वह रीवा की जीवन दायिनी कही जाने वाली बिछिया नदी के तट पर साफ सफाई करके श्रमदान किया. फिर भगवान के दर्शन कर अयोजित कार्यक्रम में जन सभा को संबोधित करने पहुंचे.
करोड़ों रुपए के विकास कार्यों की दी सौगात
रीवा में सीएम ने तकरीबन 70 करोड़ 91 लाख रुपए के कार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण किया. जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि ''रीवा से हमारा दोहरा नाता है. एक तो रीवा हमारा ससुराल भी है और संस्कृति बचाने का अनुभव देने वाला स्थान भी है. ऐसे स्थान पर जिस स्थान को स्वयं भगवान राम ने चुना हो उसे धरती पर आकर हमारा पूरा जीवन धन्य हो गया है. इन जंगलों में कोई अगर चला जाए तो भूख नहीं बढ़ सकती. ऐसी परमात्मा की कृपा है.''
जल को बचाने के लिए चलाई जा रही है योजना
मोहन यादव ने आगे कहा कि ''हमने 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया, लेकिन हमारे दिमाग में आया कि पर्यावरण दिवस बस मनाने से काम नहीं चलेगा. यहां भागीरथी ने गंगा जी को लाने के लिए तपस्या की है, तो क्यों ना जल गंगा संवर्धन के तहत जल को बचाने के लिए कार्य किया जाए. इसीलिए हमने 5 जून से लेकर 16 जून तक यह योजना चलाई है. अधिकारियों को निर्देश देते हुए सीएम ने कहा कि लक्ष्मण बाग मंदिर में स्थापित तालाब के अलावा रीवा जिले में जहां-जहां तालाब में जल स्रोत हैं. उन्हे विकसित बनाएं. हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. पुरानी जल संरचनाओं की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी हमारी है. मध्य प्रदेश के अंदर जितने भी जल स्रोत हैं, प्रदेश भर में 212 नदियां हैं. इन सभी जल संरचनाओं को सुरक्षित रखना हमारी जवाबदारी है. इसीलिए 3676 करोड़ की राशि से इनका जीर्णाद्धार किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी हमने ली है.''