नई दिल्ली: राजधानी में शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में डूसिब (दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रूवमेंट बोर्ड) की बैठक हुई. इस दौरान रैन बसेरों व झुग्गी झोपड़ी में में रहने वाले लोगों के लिए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दरअसल सरकार ने रैन बसेरों में रहने वाले बेघर परिवारों को तीन वक्त का पौष्टिक खाना मुफ्त में कराने का फैसला लिया है. जल्द ही इसके लिए टेंडर जारी किया जाएगा. वहीं झुग्गी झोपड़ी क्लस्टर्स के अंदर बने सभी शौचालयों के रख-रखाव के लिए नई एजेंसी को टेंडर दिया गया.
इसके अलावा सुल्तानपुर माजरा में मिनी स्टेडियम बनाने के लिए जमीन देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई. सीएम केजरीवाल ने (एंटी करप्शन ब्यूरो) को आय से अधिक संपत्ति वाले मामलों की जांच करने के निर्देश दिया है. डूसिब से सेवानिवृत्त अधिकारी लव भाटिया भी आय से अधिक संपत्ति मामले में घिरे हैं. एसीबी उनके खिलाफ जांच कर यह पता लगाएगी कि क्या उनके पास आय से अधिक संपत्ति थी.
दिल्ली में चल रहे 197 रैन बसेरे: इस वक्त सीएम केजरीवाल की देखरेख में डूसिब की ओर से 197 रैन बसेरे चलाये जा रहे हैंं. यहां बेघर लोगों को सभी सुविधाएं आश्रय प्रबंधन एजेंसियों (एसएमए) द्वारा 24 घंटे प्रदान की जा रही हैं. इन रैन बसेरों के संचालन और प्रबंधन के लिए डूसिब को 72.32 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी देना सरकार का एक बड़ा कदम माना जा रहा है. बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान बेघर लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 25 सितंबर 2020 को डूसिब की बैठक के दौरान आश्रय गृहों में मुफ्त भोजन देने का फैसला लिया था.
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पूरी दिल्ली में 250 पगोड़ा टेंट लगाएगी सरकार: कड़ाके की ठंड के दौरान दिल्ली की अलग-अलग जगहों पर 75 पगोड़ा टेंट लगाए गए, ताकि जरूरतमंदों को अस्थायी रूप से रहने की जगह मिल सके. ये पहल कोरोना महामारी के दौरान बेघर लोगों की मदद करने के लिए शुरू की गई थी. इन पगोड़ा टेंटों की संख्या बढ़ाकर 17,000 लोगों के रहने योग्य करने की योजना थी. अभी 197 आश्रय गृहों में केवल 7,100 लोग रह रहे हैं. भविष्य में 250 पगोड़ा टेंट लगाने का लक्ष्य है, जिसकी अनुमानित लगात 4,74,75,300 रुपये तक आएगी. बैठक में शहरी विकास मंत्री एवं डूसिब के वाइस चेयरमैन सौरभ भारद्वाज, डूसिब के सीईओ समेत अन्य विभागों के अधिकारी शामिल रहे.
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