सरायकेला: मुख्यमंत्री चंपई सोरेन अपने पैतृक आवास पहुंचे जहां उनकी पत्नी, बहु समेत अन्य परिजनों ने आदिवासी रीति-रिवाज के साथ उनका स्वागत किया. इससे पहले मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने घर के पास बने जाहेरथान में जाकर आदिवासी वेशभूषा में प्रार्थना भी की.
अपने पैतृक आवास पर पहुंच कर सीएम ने कहा कि जो जिम्मेदारी इन्हें मिली है, उसका वह शत प्रतिशत निर्वहन करेंगे, चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन के अधूरे कार्य को पूरा कर अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना है. उन्होंने कहा कि युवा मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन की सोच आदिवासी मूलवासियों के उत्थान और विकास को लेकर बनी योजनाओं को अमली जामा पहनाया जाएगा.
सीएम ने कहा कि आदिवासियों के धार्मिक स्थलों जाहेरथान का सुंदरीकरण कर नए रूप में विकसित किया गया है, इसी प्रकार मूलवासियों के भी धार्मिक स्थलों को जनहित कर विकसित किया जाएगा. सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि सरकार के प्रयास से आज गांव तक विकास योजनाओं को पहुंचाने का कार्य शुरू किया गया है, जो निरंतर जारी रहेगा. मुख्यमंत्री के स्वागत में उमड़े लोगों के प्रति चंपई सोरेन ने धन्यवाद किया.
आप्त सचिव के पिता के निधन पर पहुंचे आवास: मुख्यमंत्री चंपई सोरेन अपने आप्त सचिव गुरु प्रसाद महतो के पिता के निधन होने पर उनके गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत तिरुलडीह गांव पहुंचे. जहां उन्होंने आप्त सचिव के पिता के शव के दर्शन किए और माल्यार्पण किया. मुख्यमंत्री के आगमन और कार्यक्रम को लेकर कोल्हान आयुक्त मनोज कुमार, डीआईजी अजय लिंडा, सरायकेला उपायुक्त, एसपी समेत सरायकेला जिला प्रशासन के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे.
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