रांची: कहते हैं अगर आपके अंदर कुछ करने की चाहत है तो आपको अवसर जरूर मिलेगा और आप सफलता की मुकाम चढ़ने में कामयाब होंगे. कुछ ऐसा ही हुआ है बबलू उरांव के साथ जिन्होंने स्टील इंडस्ट्री में महज तीन महीने की ट्रेनिंग की और आज वो रांची के बेड़ो से दुबई के लिए निकल पड़े हैं. बबलू उरांव के इस सफर को सफल बनाने में प्रेझा फाउंडेशन द्वारा संचालित कल्याण गुरुकुल और कौशल कॉलेज की बड़ी भूमिका है. गुरुवार को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने झारखंड के ग्रामीण इलाकों से आने वाले बबलू उरांव जैसे प्रशिक्षित 13 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपकर दुबई में नौकरी मिलने पर बधाई दी.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र पाने वाले छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपने परिवार, समाज और राज्य के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निष्ठा के साथ निभाएं. उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के कौशल विकास और रोजगार के लिए प्रतिबद्ध है.
30 विद्यार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से सौंपे गए नियुक्ति पत्र
झारखंड मंत्रालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने प्रेझा फाउंडेशन द्वारा संचालित कौशल कॉलेज एवं कल्याण गुरुकुल से प्रशिक्षित 30 विद्यार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से नियुक्ति पत्र सौंपे. नियुक्ति पत्र पाने वाले 13 विद्यार्थियों का चयन दुबई की एक कंपनी में, चार नर्सिंग विद्यार्थियों का चयन हैदराबाद के एक बड़े अस्पताल में, कलिनरी के छह विद्यार्थियों का चयन राजस्थान के लिए तथा आठ विद्यार्थियों का चयन हैदराबाद के एक बड़े होटल के लिए हुआ है.
इस अवसर पर संबोधित करते हुए मंत्री दीपक बिरुआ ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए लगातार काम कर रही है. आने वाले समय में और अधिक युवाओं को ऐसे अवसर मिलेंगे.
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