ETV Bharat / state

रांची में महिला महासम्मेलन, आधी आबादी को सबल और सफल बनाना सरकार का मुख्य लक्ष्य- सीएम - महिला महासम्मेलन का आयोजन

Mahila Mahasammelan in Ranchi. रांची में महिला महासम्मेलन का आयोजन किया. इस मौके पर सीएम चंपई सोरेन ने महिलाओं के बीच 855 करोड़ की परिसंपत्तियों का वितरण किया. सीएम ने कहा कि सरकार घरेलू महिलाओं को उद्यमी बनाकर उनका आर्थिक विकास कर रही है.

CM Champai Soren addressed Womens Conference in Ranchi
रांची में महिला महासम्मेलन का आयोजन
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 12, 2024, 5:39 PM IST

रांची: झारखंड की महिलाओं को सशक्त और मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार कई तरह के प्रयास कर रहे हैं. राज्य की महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़कर उन्हें हुनरमंद बना रहे हैं. राज्य की घरेलू महिलाओं को उद्यमी बनाकर उनका आर्थिक विकास करने में जुटे हैं. रांची में सीएम चंपई सोरेन ने महिला महासम्मेलन को संबोधित करते हुए ये तमाम बातें कहीं.

रांची के मोरहाबादी मैदान में महिला महासम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें राज्य भर से आए करीब 30 हजार महिलाओं ने हिस्सा लिया. इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद राज्य के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन समेत कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया. महिलाओं को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने पिछले 4 वर्षों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए करीब 850 करोड़ रुपये खर्च किए. जबकि पिछली सरकार ने महिलाओं के विकास के लिए मात्र 642 करोड़ रुपए ही खर्च किये.

महिला महासम्मेलन में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड एक धनी प्रदेश है इसके बावजूद भी आदिवासी महिलाओं की स्थिति जो होनी चाहिए वह अब तक नहीं बन पाई है. घर संभालने से लेकर खेत संभालने में महिलाओं का योगदान रहा है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं का योगदान समाज को संपूर्ण बनाने में ज्यादा रहा है. लेकिन किसी भी सरकार ने महिलाओं के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया.

सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार महिलाओं को उनका हक दिलाने के लिए कटिबद्ध है. आने वाले समय में महिलाओं को सशक्त और मजबूत बनाने के लिए गठबंधन की सरकार और भी कई योजना धरातल पर लाने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत झारखंड के लोगों के साथ भेदभाव किया गया. इसीलिए राज्य की सरकार ने अबुआ आवास योजना लाया. जिसके तहत तीन कमरे का मकान गरीबों को आवंटित किया जाएगा.

महिला महासम्मेलन में मौजूद मंत्री आलमगीर आलम ने बताया कि वर्तमान सरकार ने स्वयं सहायता समूह से जोड़कर 32 लाख महिलाओं को रोजगार दिया है. जो महिलाएं पहले सड़क किनारे दारू और हड़िया बेचती थीं आज वह महिलाएं बेहतर काम कर रही हैं. मंत्री ने कहा कि कोई खेती में नाम कमा रही हैं तो कोई पशु पालन कर समाज को सबल बनाने में अपनी भूमिका निभा रही हैं.

वहीं इस कार्यक्रम में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के नए लोगो का विमोचन भी सीएम द्वारा किया गया. पलाश के फूल को जेएसएलपीएस के नए लोगो के तौर पर पहचान दी गयी है. वहीं इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने महिलाओं के बीच 855 करोड़ की परिसंपत्तियों का वितरण किया और क्रेडिट सपोर्ट भी दिया.

इसे भी पढ़ें- पलामू में महिला महासम्मेलन का आयोजन, सखी मंडल की दीदियों को किया गया सम्मानित

इसे भी पढ़ें- LIVE: रांची में सखी मंडल की महिलाओं का राज्य स्तरीय महासम्मेलन

इसे भी पढ़ें- सीएम चंपई सोरेन ने पलामू में 456.63 करोड़ की पाइप लाइन सिंचाई योजना का किया शिलान्यास

रांची: झारखंड की महिलाओं को सशक्त और मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार कई तरह के प्रयास कर रहे हैं. राज्य की महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़कर उन्हें हुनरमंद बना रहे हैं. राज्य की घरेलू महिलाओं को उद्यमी बनाकर उनका आर्थिक विकास करने में जुटे हैं. रांची में सीएम चंपई सोरेन ने महिला महासम्मेलन को संबोधित करते हुए ये तमाम बातें कहीं.

रांची के मोरहाबादी मैदान में महिला महासम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें राज्य भर से आए करीब 30 हजार महिलाओं ने हिस्सा लिया. इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद राज्य के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन समेत कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया. महिलाओं को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने पिछले 4 वर्षों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए करीब 850 करोड़ रुपये खर्च किए. जबकि पिछली सरकार ने महिलाओं के विकास के लिए मात्र 642 करोड़ रुपए ही खर्च किये.

महिला महासम्मेलन में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड एक धनी प्रदेश है इसके बावजूद भी आदिवासी महिलाओं की स्थिति जो होनी चाहिए वह अब तक नहीं बन पाई है. घर संभालने से लेकर खेत संभालने में महिलाओं का योगदान रहा है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं का योगदान समाज को संपूर्ण बनाने में ज्यादा रहा है. लेकिन किसी भी सरकार ने महिलाओं के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया.

सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार महिलाओं को उनका हक दिलाने के लिए कटिबद्ध है. आने वाले समय में महिलाओं को सशक्त और मजबूत बनाने के लिए गठबंधन की सरकार और भी कई योजना धरातल पर लाने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत झारखंड के लोगों के साथ भेदभाव किया गया. इसीलिए राज्य की सरकार ने अबुआ आवास योजना लाया. जिसके तहत तीन कमरे का मकान गरीबों को आवंटित किया जाएगा.

महिला महासम्मेलन में मौजूद मंत्री आलमगीर आलम ने बताया कि वर्तमान सरकार ने स्वयं सहायता समूह से जोड़कर 32 लाख महिलाओं को रोजगार दिया है. जो महिलाएं पहले सड़क किनारे दारू और हड़िया बेचती थीं आज वह महिलाएं बेहतर काम कर रही हैं. मंत्री ने कहा कि कोई खेती में नाम कमा रही हैं तो कोई पशु पालन कर समाज को सबल बनाने में अपनी भूमिका निभा रही हैं.

वहीं इस कार्यक्रम में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के नए लोगो का विमोचन भी सीएम द्वारा किया गया. पलाश के फूल को जेएसएलपीएस के नए लोगो के तौर पर पहचान दी गयी है. वहीं इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने महिलाओं के बीच 855 करोड़ की परिसंपत्तियों का वितरण किया और क्रेडिट सपोर्ट भी दिया.

इसे भी पढ़ें- पलामू में महिला महासम्मेलन का आयोजन, सखी मंडल की दीदियों को किया गया सम्मानित

इसे भी पढ़ें- LIVE: रांची में सखी मंडल की महिलाओं का राज्य स्तरीय महासम्मेलन

इसे भी पढ़ें- सीएम चंपई सोरेन ने पलामू में 456.63 करोड़ की पाइप लाइन सिंचाई योजना का किया शिलान्यास

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.