जयपुर: लक्ष्य को हासिल करने का जूनून और जज्बा हो तो कोई मंजिल मुश्किल नहीं होती है. यह सीख उन दो महिला प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों की है, जो राजस्थान पुलिस अकादमी में आरपीएस ऑफिसर की ट्रेनिंग ले रही हैं. उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी बयां की तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उनके सपनों के साकार होने के सफर को सलाम करते हुए उनका वीडियो अपने X अकाउंट पर पोस्ट किया है. उन्होंने पल्लवी सोनी का वीडियो शेयर कर लिखा, 'पल्लवी सोनी ने राह में आने वाली सभी बाधाओं को पार करते हुए पुलिस अधिकारी के रूप में अपनी जगह बनाई है. उनकी सफलता राजस्थान सरकार की महिलाओं और युवाओं को प्रोत्साहन देने वाली नीतियों की सफलता का उदाहरण है.' इसी प्रकार अंजू कुमारी के वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, 'अंजू ने पुलिस अधिकारी बनकर यह साबित किया है कि दृढ़ निश्चय और सही समर्थन से सब कुछ हासिल किया जा सकता है. राजस्थान सरकार की महिलाओं और युवाओं को प्रोत्साहन देने वाली नीतियों ने उनकी राह को आसान बनाया है.'
जब आप बंधन में हो आजादी सबसे जरूरी: अंजू कुमारी राजस्थान पुलिस अकादमी में आरपीएस अधिकारी के रूप में ट्रेनिंग ले रही है. उनका कहना था कि जब आप बंधन में रहे हुए होते हैं तो आपको और कुछ नहीं बल्कि आजादी चाहिए. उन्होंने जिंदगी में बहुत सी मुश्किलों का सामना किया है. उनकी शादी जल्दी हो गई थी और वह आर्थिक रूप से भी सक्षम नहीं थी.
अंजू कुमारी ने पुलिस अधिकारी बनकर यह साबित किया है कि दृढ़ निश्चय और सही समर्थन से सब कुछ हासिल किया जा सकता है। राजस्थान सरकार की महिलाओं और युवाओं को प्रोत्साहन देने वाली नीतियों ने उनकी राह को आसान बनाया है।#WomenOfRajasthan pic.twitter.com/C44Te0z0K4
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) February 7, 2025
चयन हुआ तब तक महज दो जोड़ी सूट: उन्होंने बताया कि जब उनका आरपीएस में चयन हुआ तो उनके पास महज दो जोड़ी सूट थे. आज मनपसंद की चीजें खरीद सकती हैं. उन्होंने अपनी कहानी बयां करते हुए कहा कि वे एक ऐसे गांव से हैं. जहां कोई भी ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था. सुविधा भी नहीं थी. ऐसी लड़की जिसके कोई सपने नहीं थे. अगर वह उस गांव से उठकर राजस्थान पुलिस अकादमी तक पहुंच सकती हैं तो कोई भी लड़की या महिला शिक्षा के दम पर कोई भी मुकाम हासिल कर सकती है.
पल्लवी ने बोला— परेशान हैं तो आवाज उठानी चाहिए: वहीं, दूसरी प्रशिक्षु पल्लवी सोनी ने अपने संघर्ष का सफर बयां करते हुए कहा, आप अगर आप परेशान हैं तो आपको आवाज उठानी चाहिए. दुनिया में कोई काम ऐसा नहीं है. जो आप नहीं कर सके. वह जयपुर की रहने वाली हैं. उनकी शादी दिसंबर 2000 में हुई थी. पति के व्यवहार के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
आज खुद और दूसरों के लिए कुछ करने की ताकत: उन्होंने कहा कि जब उन्होंने ट्रेनिंग ज्वाइन की थी तो उनका कॉन्फिडेंस लेवल जीरो था. फिर लगा कि भगवान ने शायद उन्हें यह जॉब इसीलिए दी है कि वह काबिल बनकर लोगों की सेवा कर सके. यह ताकत बताती है कि उनके पास आज खुद के लिए और दूसरों के लिए कुछ करने की क्षमता है. वह कहती हैं कि उन्हें इस यात्रा को पूरा करने में कुछ समय लगा, लेकिन अंतत उन्होंने वह हासिल किया, जो उन्हें चाहिए था.