नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी बातें रखीं. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा दिल्लीवालों से नफरत करती है और उन्हें बरबाद करना चाहती है. आपने एमटीएस कर्मचारियों को निकाल दिया, आपने दिल्ली की योगशाला को भी बंद करा दिया, लेकिन मैं जब तक खड़ा हूं, दिल्लीवासियों को कोई तकलीफ नहीं होने दूंगा. आपने फरिश्ते योजना को रोका, सीसीटीवी का पैसा रोका, जल बोर्ड का पैसा रोका. आप रोकते रहें, हम काम करते रहेंगे.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम शानदार स्कीम लेकर आए हैं. लोगों को दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. ये लोग स्कीम का विरोध कर रहे हैं. इन लोगों ने हमारी सरकार द्वारा लाई गई ज्यादातर स्कीमों को बंद कर दिया है. दिल्ली के अफसर हमारी बात नहीं सुनते हैं. केजरीवाल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से अपील करते हुए कहा कि अगर आप एक फोन कर देंगे तो अफसर हमारी स्कीम को पास कर देंगे. अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो आपके पास उन्हें सस्पेंड करने का पॉवर भी है. उन्होंने कहा कि हमें वोट नहीं चाहिए. पिछले जन्म में हमने जरूर कुछ अच्छे कर्म किए होंगे जो हमें दिल्ली के लोगों की सेवा का मौका मिला है.
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सीएम केजरीवाल ने यह भी कहा कि दिल्ली के लोग जल बोर्ड के ऑफिस चक्कर न लगाएं. हम लोगों से उनके बिल के सही होने के बारे घर-घर जाकर पूछेंगे. जब तक सही बिल न आए तब तक बिल भरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने मोहल्ला क्लीनिक की योजना को रोकना चाहा, आपने फरिश्ता योजना रोकना चाहा, लेकिन हमने वह सब वापस शुरू कराया. आप हमें रोकते रहो, हम लोगों का काम कराते रहेंगे. इसके बाद सदन की कार्रवाई मंगलवार 20 फरवरी तक स्थगित कर दी गई.
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