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चारधाम यात्रा के पोस्टर बैनर पर नजर नहीं आएंगे सीएम, मंत्रियों की फोटो भी होगी प्रतिबंधित, जानिये वजह - Uttarakhand Chardham Yatra 2024

Chardham Yatra 2024 उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियां की जा रही हैं. ऐसे में इस बार की चारधाम यात्रा में आचार संहिता के कारण यात्रियों को चौक-चौराहों पर विज्ञापन या किसी मंत्री की फोटो नहीं दिखाई देगी. पढ़ें पूरी खबर..

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 25, 2024, 7:20 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है. जिसके लिए जोरों शोरों से तैयारियां की जा रही हैं. इस बार आचार संहिता लागू होने के कारण चारधाम यात्रा के पोस्टर बैनर्स पर सीएम, मिनिस्टर की फोटो का इस्तेमाल नहीं हो पाएगा. आचार संहिता होने की वजह से सरकार भक्तों के स्वागत या अन्य किसी भी तरह से संबंधित विज्ञापन नहीं दे पाएगी. इसके साथ ही कई ऐसे जरूरी काम हैं जिनके लिए निर्वाचन आयोग से परमिशन लेनी होगी. फिलहाल, निर्वाचन आयोग ने चारधाम यात्रा से जुड़े शुरुआती कामों को हरी झंडी दे दी है.

सरकार ने चुनाव आयोग से किया पत्राचार: बता दें कि 10 को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ-साथ गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे. साथ ही 12 मई को बदरीनाथ धाम के पट खोले जाएंगे. मौजूद समय में लोकसभा चुनाव के कारण सभी व्यवस्थाएं चुनाव आयोग के पास हैं. लिहाजा शासन-प्रशासन ने चुनाव आयोग से पत्राचार करके आठ बिंदुओं पर अनुमति मांगी है. जिसमें कहा गया है कि मतगणना के बाद उत्तराखंड राज्य को आचार संहिता में छूट मिलनी चाहिए, क्योंकि अगर आचार संहिता में छूट नहीं मिली तो चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को पूरी तरह से मुकम्मल नहीं किया जा सकेगा.

सीएम धामी ने चारधाम यात्रा को लेकर की थी बैठक: चारधाम यात्रा प्रबंधन, विद्युत आपूर्ति, कानून व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, नियंत्रण पेयजल आपूर्ति और स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ यहां आने वाले यात्रियों की सुख-सुविधा के लिए सरकार क्या-क्या कुछ कर सकती है. उसमें फैसले लेने के लिए सरकार और शासन को अनुमति मिले. हालांकि आचार संहिता लगने से पहले राज्य सरकार ने यात्रा की बहुत हद तक तैयारी पहले ही कर ली थी, लेकिन 10 मई से पहले भी कई ऐसे काम होने हैं, जो चुनाव की वजह से रुके हुए थे. सीएम धामी ने तीन दिन पहले चारधाम यात्रा में आने वाले भक्तों और पर्यावरण को अग्नि से नुकसान ना हो, इसके लिए बैठक की थी.

केदारनाथ धाम का दौरा कर चुकी हैं मुख्यसचिव राधा रतूड़ी: वहीं चुनाव आयोग को भेजी हुई चिट्ठी पर आयोग ने अपनी प्रतिक्रिया दे दी है और उसके बाद ही मुख्यसचिव राधा रतूड़ी ने कुछ दिन पहले केदारनाथ मंदिर का दौरा किया था. उसके बाद आज सभी विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि तत्काल प्रभाव से विभाग अपने अपने काम में तेजी लाएं. आचार संहिता लगी होने के कारण राज्य सरकार भक्तों के स्वागत या अन्य किसी भी तरह से संबंधित विज्ञापन नहीं दे पाएगी और न ना ही सरकार किसी मंत्री की फोटो इस्तेमाल कर पाएगी.

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों के साथ की बैठक: मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आज सचिवालय में बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में विद्युत आपूर्ति और चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में बैठक ली. मीटिंग में सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिन कुर्वे, पंकज कुमार पांडे सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे, जबकि वर्चुअल माध्यम से चमोली और रुद्रप्रयाग जिलाधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया.

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सरकार ने चुनाव आयोग से किया पत्राचार: बता दें कि 10 को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ-साथ गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे. साथ ही 12 मई को बदरीनाथ धाम के पट खोले जाएंगे. मौजूद समय में लोकसभा चुनाव के कारण सभी व्यवस्थाएं चुनाव आयोग के पास हैं. लिहाजा शासन-प्रशासन ने चुनाव आयोग से पत्राचार करके आठ बिंदुओं पर अनुमति मांगी है. जिसमें कहा गया है कि मतगणना के बाद उत्तराखंड राज्य को आचार संहिता में छूट मिलनी चाहिए, क्योंकि अगर आचार संहिता में छूट नहीं मिली तो चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को पूरी तरह से मुकम्मल नहीं किया जा सकेगा.

सीएम धामी ने चारधाम यात्रा को लेकर की थी बैठक: चारधाम यात्रा प्रबंधन, विद्युत आपूर्ति, कानून व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, नियंत्रण पेयजल आपूर्ति और स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ यहां आने वाले यात्रियों की सुख-सुविधा के लिए सरकार क्या-क्या कुछ कर सकती है. उसमें फैसले लेने के लिए सरकार और शासन को अनुमति मिले. हालांकि आचार संहिता लगने से पहले राज्य सरकार ने यात्रा की बहुत हद तक तैयारी पहले ही कर ली थी, लेकिन 10 मई से पहले भी कई ऐसे काम होने हैं, जो चुनाव की वजह से रुके हुए थे. सीएम धामी ने तीन दिन पहले चारधाम यात्रा में आने वाले भक्तों और पर्यावरण को अग्नि से नुकसान ना हो, इसके लिए बैठक की थी.

केदारनाथ धाम का दौरा कर चुकी हैं मुख्यसचिव राधा रतूड़ी: वहीं चुनाव आयोग को भेजी हुई चिट्ठी पर आयोग ने अपनी प्रतिक्रिया दे दी है और उसके बाद ही मुख्यसचिव राधा रतूड़ी ने कुछ दिन पहले केदारनाथ मंदिर का दौरा किया था. उसके बाद आज सभी विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि तत्काल प्रभाव से विभाग अपने अपने काम में तेजी लाएं. आचार संहिता लगी होने के कारण राज्य सरकार भक्तों के स्वागत या अन्य किसी भी तरह से संबंधित विज्ञापन नहीं दे पाएगी और न ना ही सरकार किसी मंत्री की फोटो इस्तेमाल कर पाएगी.

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों के साथ की बैठक: मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आज सचिवालय में बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में विद्युत आपूर्ति और चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में बैठक ली. मीटिंग में सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिन कुर्वे, पंकज कुमार पांडे सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे, जबकि वर्चुअल माध्यम से चमोली और रुद्रप्रयाग जिलाधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया.

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