भिलाई: भिलाई नगर निगम की आज सामान्य सभा की बैठक हुई. बैठक में पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार नोक झोंक हुई. बीजेपी और निर्दलीय पार्षदों ने जमकर सत्ता पक्ष को खरी खोटी सुनाई. विपक्ष के पार्षद और नेता प्रतिपक्ष इस बात से नाराज थे कि बिना शिकायत सुने ही टेंडर पास कर दिया गया. जिस कंपनी को टेंडर दिया गया है उसके खिलाफ विपक्ष ने कई गंभीर आरोप भी लगाए. विपक्ष का आरोप था कि कंपनी को अधिक दर के साथ 50 करोड़ 28 लाख का ठेका दिया जा रहा है.
50 करोड़ का सफाई ठेका पास: विपक्ष का कहना था कि भिलाई निगम की एमआईसी ने भी इसका प्रस्ताव पारित कर दिया. इसी के विरोध में आज विशेष समान्य सभा में विपक्ष के पार्षदों ने सभापति पर बिना चर्चा के प्रस्ताव पारित करने का आरोप लगाया. हंगामे के बाद निगम में भिलाई एसडीएम हितेश पिसदा को बुलाया गया. विपक्ष के पार्षदों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर सही टेंडर जारी करने की मांग की.
बीजेपी पार्षद की दलील: बीजेपी पार्षद पीयूष मिश्रा का कहना था कि वो गलत तरीके से टेंडर को पास नहीं होने देंगे. यदि जरुरत पड़ी तो इस मामले को लेकर कोर्ट तक जाएंगे. बीजेपी पार्षद ने कहा कि जो टेंडर कमेटी का सदस्य इसमें गड़बड़ी करने का आरोपी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा ने कहा कि गलत एजेंसी को ठेका नहीं लेने देंगे. नेता प्रतिपक्ष का आरोप था कि उनकी शिकायतों को दरकिनार कर ठेका दे दिया गया जो गलत है. नेता प्रतिपक्ष का कहना था कि गठित जांच टीम की रिपोर्ट को देखे बिना ये फैसला लिया गया है.
नगर निगम महापौर की सफाई: भिलाई नगर निगम महापौर नीरज पाल का कहना है कि दूसरी बार एकल टेंडर जारी होने और हर बार 'मेसर्स अर्बन इनवायरो वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड' कंपनी का नाम आने से उसे टेंडर देने का प्रस्ताव पास किया गया. अगर कंपनी के खिलाफ कोई आरोप हैं तो पार्षद दल को उस समय रखना था जब दो बार इसी कंपनी का टाइम एक्सटेंशन हुआ.