रांचीः कैरेक्टर वेरीफिकेशन में लापरवाही बरतने के मामले में बरियातू थानेदार पर सीआईडी ने कार्रवाई के लिए पुलिस मुख्यालय से अनुशंसा की है. सीआईडी के द्वारा बरियातू थानेदार सहित तीन पुलिसकर्मियो को निलंबित करने की अनुशंसा की गई है.
बाल अधिकार कार्यकर्ता की शिकायत पर सीआईडी ने की थी जांच
रांची के जाने-माने बाल अधिकार कार्यकर्ता बैद्यनाथ कुमार ने बरियातू थानेदार सुरेश मंडल, सब इंस्पेक्टर मोहम्मद आफताब और थाने के मुंशी उदयकांत के खिलाफ सीआईडी में शिकायत दर्ज कराई थी. सीआईडी को दिए आवेदन में बैद्यनाथ कुमार ने यह लिखा था कि उन्हें एक आवश्यक कार्य के लिए चरित्र प्रमाण पत्र की आवश्यकता थी. चरित्र प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए उनके कागजात को बरियातू थाना भेजा गया था. चरित्र प्रमाण पत्र को लेकर बैद्यनाथ कई बार बरियातू थाना गए, लेकिन उनकी मुलाकात बरियातू थानेदार से नहीं हो पा रही थी.
छह मई को बैद्यनाथ को फोन कर बुलाया गया था थाने
बैद्यनाथ के अनुसार 6 मई को उन्हें थाने से फोन कर बुलाया गया. थाना पहुंचने के बाद बैद्यनाथ सीधे बरियातू थाना प्रभारी सुरेश मंडल से मिले तो थाना प्रभारी ने बैद्यनाथ को मुंशी उदयकांत से मिलने के लिए भेज दिया. मुंशी उदयकांत ने बैद्यनाथ को बताया कि आपके खिलाफ कई सारे केस दर्ज हैं. इस पर बैद्यनाथ ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि इसी थाने से कई बार उनका चरित्र प्रमाण पत्र जारी हो चुका है, लेकिन मुंशी ने बैद्यनाथ से कहा कि वह जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर आफताब से जाकर मुलाकात कर लें.
कैरेक्टर सर्टिफिकेट बनाने में तथ्यों की अनदेखी की गई
बैद्यनाथ का आरोप है कि इस दौरान मुंशी ने उनके साथ अभद्र व्यवहार भी किया. वहीं जब बैद्यनाथ ने सब इंस्पेक्टर आफताब से मुलाकात की तो सब इंस्पेक्टर ने कहा कि आपका कैरक्टर सर्टिफिकेट पूर्व में बनाने वाले पदाधिकारी आपके रिश्तेदार होंगे, मैं तो आपके खिलाफ रिपोर्ट कर रहा हूं. सब इंस्पेक्टर आफताब के द्वारा बैद्यनाथ के कैरेक्टर सर्टिफिकेट में यह लिख दिया गया कि थाना में उपलब्ध अभिलेख के माध्यम से बैद्यनाथ कुमार के आपराधिक इतिहास की जांच की गई, जिसमें यह ज्ञात हुआ कि बैद्यनाथ कुमार के विरुद्ध थाना कांड संख्या 204/ 16 दर्ज है.
बैद्यनाथ कुमार ने अपने मामले को लेकर बरियातू थाना प्रभारी से फिर मुलाकात की और बताया कि उन्हें इस मामले से क्लीन चिट मिल चुकी है और उससे संबंधित कागजात भी उपलब्ध करा दिए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद उनके कैरेक्टर सर्टिफिकेट को लेकर आपराधिक मामले का जिक्र सब इंस्पेक्टर आफताब के द्वारा किया गया. इसके बाद बैद्यनाथ ने पूरे मामले की जांच सीआईडी से करवाने के लिए आवेदन दिया था.
जांच में दोषी पाए गए थे थानेदार सहित तीन पुलिसकर्मी
सीआईडी की जांच में यह बात सामने आई की आचरण प्रमाण पत्र के सत्यापन के दौरान तथ्यों की अनदेखी की गई. इसके बाद सीआईडी ने झारखंड पुलिस मुख्यालय को जांच रिपोर्ट भेज कर बरियातू थानेदार सुरेश मंडल, सब इंस्पेक्टर मोहम्मद आफताब और मुंशी उदयकांत के खिलाफ कार्रवाई करने की अनुशंसा की है. तीनों को निलंबित करने की बात जांच रिपोर्ट में कही गई है.
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