चित्रकूट : धर्मनगरी चित्रकूट में दीपावली का विशेष महत्व है. मान्यता है लंका पर विजय हासिल करने के बाद प्रभु श्री राम ने चित्रकूट में आकर दीपदान किया था. इसी उपलक्ष्य में यहां पांच दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है. चित्रकूट मेले में इस साल 30 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. इसको लेकर प्रशासन तैयारियों में जुट गया है. इसी सिलसिले में शनिवार को चित्रकूट धाम मंडल के कमिश्नर बीके त्रिपाठी और डीआईजी अजय कुमार पहुंचे और बैठक कर अधिकारियों को दिशा निर्देश देने के बाद मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.
चित्रकूट का पांच दिवसीय दीपावली दीपदान अमावस्या मेला 29 अक्टूबर से शुरू होगा और 2 नवंबर तक चलेगा. मेले में लाखों की तादाद में श्रद्धालु चित्रकूट पहुंचकर मंदाकिनी नदी में आस्था की डुबकी लगाकर दीपदान करते है और कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा लगाते हैं. प्रशासन ने दीपदान अमावस्या मेला में करीब 25 से 30 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया है. इसके लिए पूरे मेला क्षेत्र को 8 जोन और 18 सेक्टर में बांट कर मजिस्ट्रेट और क्षेत्राधिकारी की तैनाती कर दी गई है.
मेला क्षेत्र में लगभग एक हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. इसके अलावा कई मोबाइल वाहनों की तैनाती, खोया पाया केंद्र और कन्ट्रोल स्थापित किया जा रहा है. मेला क्षेत्र में साफ सफाई, बिजली, पानी, के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. रामघाट पर महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए 30 चेंजिग रूम बनाए गए हैं. श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए चौराहों को सजाया गया है. पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जगह जगह रुकने ठहरने के लिए कैंप व रैन बसेरे बनाए गए हैं.
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