ललितपुर : चिटफंड कंपनी के हजारों करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़े खाते से करोड़ों का लेनदेन हुआ था. पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है. अन्य खातों की भी जांच की जा रही है. इसके साथ ही पुलिस आरोपियों की संपत्ति भी तलाश कर रही है. वहीं, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी इस मामले की जांच का दायरा बढ़ा दिया है. आम लोगों को कम समय में अधिक मुनाफा देने का झांसा देकर धोखाधड़ी के मामले में जनपद के विभिन्न थानों में डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं.
पुलिस अधीक्षक मो. मुस्ताक ने बताया कि एलयूसीसी चिटफंड कंपनी के मुख्य संचालक समीर अग्रवाल पर लुकआउट जारी किया गया था, जिसके बाद 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके साथ ही जल्द कुर्की की भी कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में ईडी जांच कर बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है. मुख्य संचालक समीर अग्रवाल दुबई में है. उस पर 50 हजार का इनाम है. उसका लुकआउट नोटिस भी जारी किया जा चुका है. चिटफंड कंपनी के गिरफ्तार आरोपियों और उनके ऑफिसों से जब्त किए गए दस्तावेजों के आधार पर जांच की जा रही है. पुलिस टीमें एजेंटों, निवेशकों के बारे में पूरी जानकारी जुटाने में लगी हैं. वहीं, ईडी ने भी अक्टूबर में जांच शुरू कर दी थी. ईडी ने पीड़ितों को पत्र भेजकर उन्हें बुलाया था.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 13 आरोपियों में सरगना समेत तीन भोपाल के रहने वाले हैं. वहीं, ललितपुर के दस आरोपी हैं. इन सभी पर गैंगस्टर लगाया गया है. उन्होंने बताया कि सरगना रवि तिवारी, साथी आलोक कुमार जैन उर्फ आलोक जैन, राहुल तिवारी भोपाल के रहने वाले हैं. इसके अलावा नीरज जैन उर्फ बंटी जैन, मान सिंह, अशोक कुमार अहिरवार, द्वारिका प्रसाद झा उर्फ हल्के झा, सतीश चंद्र जैन, रामनरेश साहू, महेश प्रसाद रजक, सुरेंद्र पाल सिंह, हरदेव पटेल, जगत सिंह उर्फ तंसू ललितपुर के रहने वाले हैं.