पटना: एलजेपीआर चीफ चिराग पासवान ने मंत्री महेश्वर हजारी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं, जिन्होंने अनुसूचित जाति को तोड़ा है. ये वही लोग हैं, जो रामविलास के खिलाफ लगे रहे हैं. चिराग ने दावा किया कि जो लोग रामविलास पासवान की विचारधारा को मानते हैं, वह इनको वोट नहीं देंगे.
महेश्वर हजारी पर लगाया बड़ा आरोप: चिराग पासवान ने कहा कि जिनकी बात हो रही है, वह परिवार हमेशा से पासवान परिवार और पासवानों के खिलाफ रहा है. महेश्वर हजारी जी का अगर हम जिक्र करें तो ये बात किसी से छुपी नहीं है कि पासवान परिवार को तोड़ने में मेरे पिता आदरणीय रामविलास पासवान के निधन के बाद किस तरह की एक अहम भूमिका हमलोगों के परिवार को तोड़ने में रही.
'मेरी मां को गाली देने वाले के साथ': चिराग पासवान ने कहा कि ये तो वो हैं, जिन्होंने हमेशा से पासवानों को समाप्त करने का प्रयास करते रहे. आज पुन: उसी बात का उदाहरण इन्होंने सामने रखा. आज ये उनकी पार्टी के साथ चुनाव लड़ रहे हैं, जिनके घटक दल ने मेरी मां को गाली दी.
पासवान परिवार के खिलाफ इनकी राजनीति: इन्होंने हमेशा से रामविलास पासवान जी के विरुद्ध राजनीति की. साल 2009 में इन्होंने हमारे चाचा रामचंद्र पासवान के सामने चुनाव लड़ा. हमेशा से पासवानों के खिलाफ इनकी सोच रही है.
"ये (महेश्वर हजारी) हमलोगों का अपने परिवार का कहते हैं लेकिन आज उनके साथ मिलकर ये चुनाव लड़ रहे हैं, जिन्होंने मेरी मां को गाली दी. चुनाव का समय है, जनता ही फैसला लेगी. मैं नहीं मानता हूं कि जो रामविलास पासवान जी के विचार को मानता होगा, इनके पक्ष में जाएगा और वोट देगा."- चिराग पासवान, अध्यक्ष, एलजेपीआर
दो मंत्रियों के बेटे-बेटी आमने-सामने: दरअसल, समस्तीपुर सुरक्षित सीट पर चिराग पासवान ने शांभवी चौधरी को उम्मीदवार बनाया है, वह मंत्री अशोक चौधरी की बेटी है. वहीं मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है. हालांकि अभी तक महेश्वर हजारी ने न तो बेटे के लिए प्रचार किया है और न ही जेडीयू से रिजाइन दिया है. ऐसे में एनडीए में होने के बावजूद चिराग ने जिस तरह नाम लेकर मंत्री पर हमला बोला है, उससे आने वाले दिनों में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चलता रहेगा. इस मामले में सीएम नीतीश कुमार के रुख का भी इंतजार करना होगा.
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