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अब 8वीं और 10वीं पास बच्चे ना करें रोजगार की चिंता, निशुल्क दी जाएगी ऑटोमोटिव की ट्रेनिंग - Two wheeler servicing training

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 15, 2024, 3:41 PM IST

Updated : Jul 15, 2024, 4:04 PM IST

Automotive Service Technician Course अब अनस्किल बच्चों को रोजगार की चिंता नहीं करनी पड़ेगी. वो दोपहिया और तिपहिया वाहनों के सर्विसिंग की ट्रेनिंग निशुल्क ले सकते हैं. सभी 8वीं और 10वीं पास बच्चों को ये ट्रेनिंग निशुल्क दी जाएगी. जिससे वो स्किल्ड होकर रोजगार कर सके.

Training will be provided for servicing of two wheelers and three wheelers
दोपहिया व तिपहिया वाहनों के सर्विसिंग का दिया जाएगा प्रशिक्षण (फोटो-ईटीवी भारत)
बच्चों को निशुल्क दी जाएगी ऑटोमोटिव की ट्रेनिंग (वीडियो-ईटीवी भारत)

देहरादून: रोजगार के लिए स्किल की एक महत्वपूर्ण भूमिका है. जैसे-जैसे तकनीक बढ़ रही है, उसी क्रम में छोटी बड़ी कंपनियों में स्किल युवाओं की डिमांड भी बढ़ रही है. यही वजह है कि उत्तराखंड सरकार प्रदेश के युवाओं की स्किल को डेवलप करने पर जोर दे रही है. जिससे युवाओं को रोजगार के लिए भटकना ना पड़े.

हर साल 15 जुलाई को विश्व भर में वर्ल्ड यूथ स्किल डे मनाया जाता है, जिसकी मुख्य वजह है कि युवाओं में स्किल को डेवलप किया जा सके. ऐसे ही देहरादून में स्थित आसरा ट्रस्ट की ओर से प्रदेश के युवाओं में स्किल डेवलप करने के लिए नया कार्यक्रम शुरू किया है. जिसके तहत 8वीं और 10वीं पास बच्चों को निशुल्क ऑटोमोटिव की ट्रेनिंग दी जाएगी. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए आसरा ट्रस्ट के प्रोग्राम हेड अभिषेक मौर्य ने बताया कि युवाओं में स्किल को बढ़ाने के लिए हर साल आसरा ट्रस्ट की ओर से तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं.

साथ ही तमाम प्रोग्राम भी चलाए जाते हैं. इसी क्रम में वर्ल्ड यूथ स्किल डे पर आशा ट्रस्ट की ओर से प्रदेश के तमाम युवाओं को ऑटोमोटिव क्षेत्र में दोपहिया और तिपहिया वाहनों के सर्विसिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके लिए देहरादून स्थित आसरा ट्रस्ट कार्यालय में गैरेज भी तैयार किया गया है. उन्होंने आगे बताया कि बच्चों को ट्रेनिंग के साथ ही सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा. ऑटोमोटिव सर्विस टेक्नीशियन कोर्स के तहत लेवल थ्री और लेवल फोर की ट्रेनिंग दी जाएगी. यानी 8वीं तक के बच्चों को लेवल थ्री और 10वीं पास बच्चों को लेवल फोर की ट्रेनिंग दी जाएगी.

बच्चों को दोपहिया और तिपहिया वाहनों के सर्विसिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसका मुख्य उद्देश्य जो बच्चे आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं, ऐसे बच्चों के स्किल को बढ़ाकर सीधे नौकरी से जोड़ा जा सके. बच्चों को ट्रेनिंग देने के बाद अन्य ऑटोमोटिव कंपनियों के साथ मिलकर ट्रेनिंग कर चुके बच्चों को इंटर्नशिप भी कराई जाएगी. कहा कि कहीं का बच्चा भी ट्रेनिंग कर सकता है. उसके रहने खाने की निशुल्क व्यवस्था भी ट्रस्ट की ओर से की जाएगी.

पढ़ें-कौशल विकास योजना में ₹313 करोड़ का घोटाला मामला, HC ने पूछा- क्या हो सकती है CBI जांच? मांगी रिपोर्ट

बच्चों को निशुल्क दी जाएगी ऑटोमोटिव की ट्रेनिंग (वीडियो-ईटीवी भारत)

देहरादून: रोजगार के लिए स्किल की एक महत्वपूर्ण भूमिका है. जैसे-जैसे तकनीक बढ़ रही है, उसी क्रम में छोटी बड़ी कंपनियों में स्किल युवाओं की डिमांड भी बढ़ रही है. यही वजह है कि उत्तराखंड सरकार प्रदेश के युवाओं की स्किल को डेवलप करने पर जोर दे रही है. जिससे युवाओं को रोजगार के लिए भटकना ना पड़े.

हर साल 15 जुलाई को विश्व भर में वर्ल्ड यूथ स्किल डे मनाया जाता है, जिसकी मुख्य वजह है कि युवाओं में स्किल को डेवलप किया जा सके. ऐसे ही देहरादून में स्थित आसरा ट्रस्ट की ओर से प्रदेश के युवाओं में स्किल डेवलप करने के लिए नया कार्यक्रम शुरू किया है. जिसके तहत 8वीं और 10वीं पास बच्चों को निशुल्क ऑटोमोटिव की ट्रेनिंग दी जाएगी. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए आसरा ट्रस्ट के प्रोग्राम हेड अभिषेक मौर्य ने बताया कि युवाओं में स्किल को बढ़ाने के लिए हर साल आसरा ट्रस्ट की ओर से तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं.

साथ ही तमाम प्रोग्राम भी चलाए जाते हैं. इसी क्रम में वर्ल्ड यूथ स्किल डे पर आशा ट्रस्ट की ओर से प्रदेश के तमाम युवाओं को ऑटोमोटिव क्षेत्र में दोपहिया और तिपहिया वाहनों के सर्विसिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके लिए देहरादून स्थित आसरा ट्रस्ट कार्यालय में गैरेज भी तैयार किया गया है. उन्होंने आगे बताया कि बच्चों को ट्रेनिंग के साथ ही सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा. ऑटोमोटिव सर्विस टेक्नीशियन कोर्स के तहत लेवल थ्री और लेवल फोर की ट्रेनिंग दी जाएगी. यानी 8वीं तक के बच्चों को लेवल थ्री और 10वीं पास बच्चों को लेवल फोर की ट्रेनिंग दी जाएगी.

बच्चों को दोपहिया और तिपहिया वाहनों के सर्विसिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसका मुख्य उद्देश्य जो बच्चे आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं, ऐसे बच्चों के स्किल को बढ़ाकर सीधे नौकरी से जोड़ा जा सके. बच्चों को ट्रेनिंग देने के बाद अन्य ऑटोमोटिव कंपनियों के साथ मिलकर ट्रेनिंग कर चुके बच्चों को इंटर्नशिप भी कराई जाएगी. कहा कि कहीं का बच्चा भी ट्रेनिंग कर सकता है. उसके रहने खाने की निशुल्क व्यवस्था भी ट्रस्ट की ओर से की जाएगी.

पढ़ें-कौशल विकास योजना में ₹313 करोड़ का घोटाला मामला, HC ने पूछा- क्या हो सकती है CBI जांच? मांगी रिपोर्ट

Last Updated : Jul 15, 2024, 4:04 PM IST
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