धनबादः कोयला नगरी में आउसोर्सिंग करने वाली कंपनियों को कई बार ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ता है. इस वजह से आंदोलन, धरना-प्रदर्शन भी होता है. आउसोर्सिंग कंपनियों का काम भी ठप करा दिया जाता है. लेकिन इस बार बच्चों ने इनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नौनिहालों ने पढ़ने के लिए इलाके में स्कूल की मांग को लेकर कतरास में संचालित बीसीसीएल की अंबे आउटसोर्सिंग के उत्खनन कार्य को बाधित कर दिया है.
स्कूल की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ये छात्र-छात्राएं कतरास के नया प्राथमिक विद्यालय केशलपुर हाउस के हैं. बच्चों के द्वारा धरना प्रदर्शन कर कतरास में संचालित बीसीसीएल की अंबे आउटसोर्सिंग के उत्खनन कार्य को बाधित कर दिया गया है. इस आंदोलन में शामिल सभी बच्चे इलाके में अपने लिए स्कूल की मांग कर रहे हैं. इनकी यह मांग नई नहीं है, पिछले पांच साल से ये अपने लिए स्कूल की मांग कर रहे हैं. परियोजना विस्तारीकरण के दौरान लोगों को विस्थापित कर दिया गया इसलिए बच्चों की स्कूल की दूरी बढ़ गई. अब बच्चे काफी दूरी तय कर स्कूल नहीं जाना चाहते. इस बाबत बीसीसीएल प्रबंधन ने विस्थापित स्थान पर स्कूल भवन देने का वादा किया था लेकिन भवन नहीं दिया गया. जिसके बाद अब बच्चों ने स्कूल के लिए आंदोलन की राह पकड़ ली है.
वहीं घंटों माइंस का काम बाधित रहने के बाद बीसीसीएल एरिया 4 के एजीएम सत्येंद्र कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने बच्चों और उनके अभिभावकों से बातचीत कर उन्हें शांत कराया. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर विधायक ढुल्लू महतो ने भी फोन कर आग्रह किया था. इसके साथ ही पुलिस से भी बात हुई. बच्चों के लिए तत्काल दो कमरों का भवन उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि उन्हें पढ़ने में कोई कठिनाई ना हो.
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