नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार रात विकास मार्ग पर एक दंपती अपने दो बच्चों के साथ कार से हीरा स्वीट्स शाप पर मिठाई लेने गए थे. दंपती ने अपनी 11 वर्षीय बेटी व तीन साल के बच्चे को कार में छोड़ दिया और खुद दुकान में मिठाई लेने चले गए. जब वह मिठाई लेने गए तो उनके कार का इन्जन ऑन मोड पर था. इसी बीच मौका पाकर एक बदमाश कार में घुस गया और बच्चों समेत कार लेकर फरार हो गया.
मिठाई की दुकान से लौटने पर बच्चों के पिता ने देखा कि उनकी गाड़ी और बच्चे गायब थे. कुछ देर के बाद बदमाश ने बच्चों के परिजनों को फोन करके 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी. परिजनों ने बिना देरी किए मामले की सूचना पुलिस को दी. लक्ष्मी नगर व शकरपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची.
पूर्वी दिल्ली की डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि सूचना मिलते ही बचाव दल तुरंत सक्रिय हो गए. एसएचओ शकरपुर ने पीड़ित की मां के साथ, एसएचओ लक्ष्मी नगर ने पीड़ित के पिता के साथ और पीएस शकरपुर की दो और टीमों के साथ तकनीकी निगरानी के आधार पर कार का पीछा करना शुरू कर दिया.
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अपहरणकर्ताओं की तलाश के लिए स्पेशल स्टाफ, एएनएस और एसीपी/मधु विहार की एक टीम को तुरंत कार्रवाई के लिए भेजा गया. करीब तीन घंटे और करीब 20 पुलिस वाहनों द्वारा पीछा करने के बाद, पुलिस ने अपहरणकर्ताओं द्वारा छोड़े गए बच्चों के साथ कार को ढूंढ निकाला. दोनों बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया और उन्हें उनके माता-पिता से मिलवाया गया. आभूषण और मोबाइल फोन सहित कुछ कीमती सामान भी सही सलामत पाए गए, क्योंकि अपहरणकर्ताओं को यह पता चलने के बाद कि पुलिस उन्हें हर तरफ से पीछा कर रही है, कुछ भी लेने का समय नहीं मिला.अन्य जिला पुलिस टीमों, विशेष रूप से बाहरी उत्तरी जिले और आरपीएफ ने भी इस ऑपरेशन में बहुत अधिक सक्रियता दिखाई और उनकी त्वरित कार्रवाई की सराहना की गई.
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