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फिर सवालों के घेरे में गया बाल सुधार गृह, नाबालिग कैदी की मौत के बाद परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप - Gaya Remand Home

गया रिमांड होम में एक बाल कैदी की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि बंदी डायरिया से ग्रसित था लेकिन उसका सही समय पर इलाज नहीं कराया गया.हालत बिगड़ने पर मेडिकल ले जाया गया, जहां गलत इंजेक्शन लगाने से उसकी मौत हो गई.

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गया बाल सुधार गृह (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jul 15, 2024, 1:20 PM IST

गया: बिहार के गया बाल सुधार गृह में एक महीने के अंदर एक और बंदी की मौत के बाद हंगामा मचा हुआ है. 16 वर्षीय बंदी की मौत के बाद परिजनों ने रिमांड होम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का कहना है, कि बाल रिमांड होम में डायरिया फैला है, लेकिन बाल रिमांड होम प्रशासन इलाज नहीं कराता है, बल्कि मरने के लिए छोड़ देता है.

बाल सुधार गृह में बंदी की मौत: बाल रिमांड होम के एक बंदी की इलाज के दौरान मेडिकल में मौत हो गई है. इस मौत के बाद परिजनों ने बाल रिमांड होम के पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का कहना है कि बाल रिमांड होम प्रशासन की लापरवाही के कारण मौत हुई है. यह हत्या है.

रिमांड होम प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप: मृतक मानपुर के गांधीनगर का रहने वाला बताया जाता है. बीते 7 जनवरी से वह बाल रिमांड होम में बंद था. परिजनों का कहना है, कि उसे मारपीट और रंगदारी के मामले में फंसाया गया था. इस बीच बीते दिन वह बाल रिमांड होम में डायरिया से बीमार हो गया था. इसके बाद हम लोगों के द्वारा उसका इलाज निजी क्लीनिक में बाल रिमांड होम के पुलिसकर्मियों की देखरेख में कराया गया. इलाज करने के बाद वह पूरी तरह से ठीक हो गया था.

"इसके बाद उसे फिर से बाल रिमांड होम में ले जाया गया था. लेकिन बीते दिन फिर उसकी हालत बिगड़ गई, जिसके बाद बाल रिमांड होम के पुलिसकर्मी उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लेकर आए, लेकिन इलाज में कोताही बरती जाती रही. वहीं, बाल रिमांड होम के पदाधिकारी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण आज उसकी मौत हो गई है."- मृतक के परिजन

'गलत इंजेक्शन देकर मेरे बेटे को मार दिया' : मृतक की मां और भाई ने आरोप लगाया है, कि बाल रिमांड होम में ठीक से इलाज और देखरेख नहीं होती है. दोबारा डायरिया होने पर उसकी तबीयत ज्यादा खराब थी लेकिन उसका सही इलाज नहीं कराया गया. उसे गलत इंजेक्शन देकर मार डाला गया. मृतक के भाई ने बताया कि पिछले कई दिनों से बाल रिमांड होम में डायरिया फैला हुआ है.

"कोई भी परिजन वहां के इलाज से संतुष्ट नहीं है. यही वजह है कि निजी क्लीनिक में अपने बंदी को ले जाने की कोशिश करते हैं. अभी भी कई डायरिया के बाल बंदी मरीज हैं, जिनका इलाज मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. इलाज में कोताही बरती जा रही है."- मृतक के परिजन

बाल रिमांड होम के बंदी की हुई है मौत- थानाध्यक्ष: वहीं इस संबंध में रामपुर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि 'बाल रिमांड होम के बंदी की मौत हुई है. मामले की जानकारी मिलने के बाद अग्रतर कार्रवाई हो रही है.'

पहले भी हो चुकी है मौत: गया बाल सुधार गृह में 25 जून 2024 को भी एक बाल कैदी की मौत से हड़कंप मच गया था. एक नाबालिग की खुदकुशी का मामला आया था. उसका शव बाल रिमांड होम के बाथरूम में फंदे से लटकता हुआ मिला था. उस मामले में भी मृतक के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए थे. परिजनों का आरोप था कि मामला आत्महत्या का नहीं बल्कि हत्या का है.

यह भी पढ़ें- गया रिमांड होम में नाबालिग ने की खुदकुशी, बाथरूम में फंदे से लटका मिला शव, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप - Gaya Remand Home

गया: बिहार के गया बाल सुधार गृह में एक महीने के अंदर एक और बंदी की मौत के बाद हंगामा मचा हुआ है. 16 वर्षीय बंदी की मौत के बाद परिजनों ने रिमांड होम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का कहना है, कि बाल रिमांड होम में डायरिया फैला है, लेकिन बाल रिमांड होम प्रशासन इलाज नहीं कराता है, बल्कि मरने के लिए छोड़ देता है.

बाल सुधार गृह में बंदी की मौत: बाल रिमांड होम के एक बंदी की इलाज के दौरान मेडिकल में मौत हो गई है. इस मौत के बाद परिजनों ने बाल रिमांड होम के पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. परिजनों का कहना है कि बाल रिमांड होम प्रशासन की लापरवाही के कारण मौत हुई है. यह हत्या है.

रिमांड होम प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप: मृतक मानपुर के गांधीनगर का रहने वाला बताया जाता है. बीते 7 जनवरी से वह बाल रिमांड होम में बंद था. परिजनों का कहना है, कि उसे मारपीट और रंगदारी के मामले में फंसाया गया था. इस बीच बीते दिन वह बाल रिमांड होम में डायरिया से बीमार हो गया था. इसके बाद हम लोगों के द्वारा उसका इलाज निजी क्लीनिक में बाल रिमांड होम के पुलिसकर्मियों की देखरेख में कराया गया. इलाज करने के बाद वह पूरी तरह से ठीक हो गया था.

"इसके बाद उसे फिर से बाल रिमांड होम में ले जाया गया था. लेकिन बीते दिन फिर उसकी हालत बिगड़ गई, जिसके बाद बाल रिमांड होम के पुलिसकर्मी उसे मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लेकर आए, लेकिन इलाज में कोताही बरती जाती रही. वहीं, बाल रिमांड होम के पदाधिकारी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण आज उसकी मौत हो गई है."- मृतक के परिजन

'गलत इंजेक्शन देकर मेरे बेटे को मार दिया' : मृतक की मां और भाई ने आरोप लगाया है, कि बाल रिमांड होम में ठीक से इलाज और देखरेख नहीं होती है. दोबारा डायरिया होने पर उसकी तबीयत ज्यादा खराब थी लेकिन उसका सही इलाज नहीं कराया गया. उसे गलत इंजेक्शन देकर मार डाला गया. मृतक के भाई ने बताया कि पिछले कई दिनों से बाल रिमांड होम में डायरिया फैला हुआ है.

"कोई भी परिजन वहां के इलाज से संतुष्ट नहीं है. यही वजह है कि निजी क्लीनिक में अपने बंदी को ले जाने की कोशिश करते हैं. अभी भी कई डायरिया के बाल बंदी मरीज हैं, जिनका इलाज मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. इलाज में कोताही बरती जा रही है."- मृतक के परिजन

बाल रिमांड होम के बंदी की हुई है मौत- थानाध्यक्ष: वहीं इस संबंध में रामपुर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि 'बाल रिमांड होम के बंदी की मौत हुई है. मामले की जानकारी मिलने के बाद अग्रतर कार्रवाई हो रही है.'

पहले भी हो चुकी है मौत: गया बाल सुधार गृह में 25 जून 2024 को भी एक बाल कैदी की मौत से हड़कंप मच गया था. एक नाबालिग की खुदकुशी का मामला आया था. उसका शव बाल रिमांड होम के बाथरूम में फंदे से लटकता हुआ मिला था. उस मामले में भी मृतक के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए थे. परिजनों का आरोप था कि मामला आत्महत्या का नहीं बल्कि हत्या का है.

यह भी पढ़ें- गया रिमांड होम में नाबालिग ने की खुदकुशी, बाथरूम में फंदे से लटका मिला शव, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप - Gaya Remand Home

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