जयपुर. प्रशासनिक अधिकारियों को समय की पाबंदी का पाठ पढ़ाने के लिए लगातार सरकारी महकमों का दौरा कर रहे मुख्य सचिव सुधांश पंत बुधवार को ग्रेटर नगर निगम पहुंचे. उनके इस औचक निरीक्षण से निगम मुख्यालय में हड़कंप मच गया, इस दौरान उन्होंने न सिर्फ अधिकारियों के कमरों को देखा, बल्कि पेंडिंग फाइलों और उपस्थिति रजिस्टर को भी टटोला. इसके साथ ही निगम आयुक्त रुक्मणी रियाड़ से ऑनलाइन कामकाज की जानकारी भी ली.
जयपुर विकास प्राधिकरण और जिला कलेक्ट्रेट के बाद बुधवार को सीएस सुधांश पंत ने ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय का रुख किया. यहां ऑफिस टाइम शुरू होने के साथ ही मुख्य सचिव ने सीधे मुख्यालय में विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया. यहां उन्होंने पत्रावलियों को देखा और अधिकारियों से पेंडेंसी की जानकारी ली. इस दौरान सीएस ने उपस्थिति रजिस्टर को टटोलते हुए कार्मिकों की उपस्थिति की जानकारी ली. सीएस के इस औचक निरीक्षण से अधिकारी-कर्मचारी सकते में पड़ गए और एकाएक अपने-अपने कक्ष में पहुंचकर फाइलों को व्यवस्थित करने में जुट गए.
इस तरह के दौरे होते रहने चाहिए : सीएस करीब एक घंटे तक ग्रेटर निगम मुख्यालय पर रहे. इस दौरान कमिश्नर रुक्मणी रियाड़ भी मौजूद रहीं. मुख्य सचिव ने मुख्यालय में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में बैठकर कर्मचारियों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली. साथ ही आयुक्त से ऑनलाइन कामकाज की जानकारी लेते हुए पेंडिंग फाइलों का निस्तारण समय पर करने के निर्देश भी दिए. मुख्य सचिव के दौरे को लेकर आयुक्त रुक्मणी रियाड़ ने बताया कि सीएस ने निगम के कामकाज को संतोषप्रद बताया है. वहीं, इसे लेकर महापौर सौम्या गुर्जर ने कहा कि मुख्य सचिव के इस तरह के दौरे होते रहने चाहिए. पूर्व में खुद उन्होंने भी कई बार ऑफिस टाइम शुरू होने पर विभिन्न शाखों का दौरा किया है, लेकिन वहां कुछ अधिकारी-कर्मचारियों ने उदासीन रवैया अपनाया हुआ था. मुख्य सचिव के दौरे के बाद व्यवस्थाएं पहले से और बेहतर होंगी.