छिंदवाड़ा: शहर में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों को लेकर जिला प्रशासन सजग है. दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन नए-नए तरकीब निकालती रहती है. इस क्रम में बुधवार को प्रशासन ने सड़क सुरक्षा के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए नई मुहिम की शुरुआत की है. दरअसल, शहर से बाहर जाने वाले लोगों को बिना हेलमेट और सीट बेल्ट के शहर से बाहर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी.
शाम 5 से रात 9 बजे के बीच ज्यादा सड़क हादसे
पुलिस विभाग द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक छिंदवाड़ा जिले में साल 2024 में सड़क हादसों में 401 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. सड़क हादसों की समीक्षा में सामने आया है कि नेशनल हाइवे पर शाम 5 से रात 9 बजे के बीच सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं. एसपी अजय पांडे ने दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने को लेकर इस पहल की शुरुआत की है. यह अभियान ट्रैफिक पुलिस द्वारा चलाया जा रहा है. इसमें बिना हेलमेट बाइक सवार और बिना सीट बेल्ट लगाए कार सवार को रिंगरोड चौराहे से आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा.
पुलिस ने समझाकर वाहन चालकों को लौटाया
यातायात निरीक्षक राकेश तिवारी ने बताया कि "अभियान के शुरुआती दौर में सिवनी रोड और नागपुर रोड पर चैकपाइंट लगाए जा रहे हैं. सिवनी रोड के प्रिंस ढाबा के सामने और नागपुर रोड पर इमलीखेड़ा में यातायात टीम शाम 5 से रात 10 बजे तक तैनात रहती है. टीम बिना हेलमेट बाइक सवार को और बिना सीट बेल्ट लगाए कार सवारों को आगे नहीं बढ़ने दे रही है. टीम चालानी कार्रवाई न करते हुए बाइक सवारों को वापस लौटा देती है."
हेलमेट पहनने वाले बाइक सवारों को दिया फूल
यातायात सुरक्षा माह के तहत ट्रैफिक पुलिस ने इंदिरा तिराहे पर चेकिंग लगाया. इस दौरान जो भी बाइक सवार हेलमेट पहनकर बाइक चलाते हुए दिखाई दिया. उसे रोककर पुलिस वालों ने फूल और पुष्पगुच्छ भेंट सम्मान किया. इसी के साथ यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पम्प्लेट भी बांटे जा रहे हैं. पुलिस वालों ने वाहन सवारों से अपील की नशा कर वाहन न चलाएं और यातायात नियमों का हमेशा पालन करें.
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बच्चों को स्कूलों में दी जा रही ट्रेनिंग
छिंदवाड़ा के उत्कृष्ट विद्यालय में शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया. आरटीओ मनोज तेहनगुरिया ने बताया कि "लोगों को सड़क दुर्घटना से बचने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है. जिसके चलते स्कूल कॉलेज और सार्वजनिक संस्थानों में ऐसी जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. साथ ही बच्चों को बताया जा रहा है कि वह अपने घर में माता-पिता को भी समझाए कि बिना सुरक्षा के वाहन ना चलाएं."