छिंदवाड़ा : छिंदवाड़ा में अब अगर मॉडिफाई साइलेंसर लगाकर फर्राटे से दोपहिया चलाया तो खैर नहीं. क्योंकि पुलिस ने ऐसी कार्रवाई शुरू की है कि लोग बुलेट में मॉडिफाई साइलेंसर लगाने से पहले एक बार जरूर सोचेंगे. दो पहिया वाहनों में मॉडिफाई साइलेंसर लगाकर ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले चालकों को सबक सिखाने के लिए पुलिस ने अभियान चलाया है. इसके तहत बाइक में लगे साइलेंसर निकलवाए जा रहे हैं. बाइक से निकलवाए गए बड़ी संख्या में साइलेंसर पर शनिवार को पुलिस ने बस स्टैंड पर बुलडोजर चलाया.
बाइक चालक नहीं माने तो सलाखों में बंद होंगे
यातायात डीएसपी रामेश्वर प्रसाद चौबे ने वाहनों में मॉडिफाई साइलेंसर लगाकर चलाने वाले लोगों को सख्त हिदायत दी है. चेतावनी दी गई है कि अगर बाइक चालक मॉडीफाई साइलेंसर लगाएंगे तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जुर्माना तो लगेगा ही, सलाखों के पीछे भी भेजा जा सकता है. पुलिस ने इसके साथ ही मॉडिफाई साइलेंसर बेचने वाले दुकानदारों और मैकेनिकों पर भी कार्रवाई की तैयारी की है. यातायात डीएसपी ने बताया कि सिर्फ वाहन चालकों पर ही नहीं, ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा देने वालों पर भी सख्ती की जाएगी.
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मॉडीफाई साइलेंसर लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई क्यों
ध्वनि प्रदूषण की रोकथाम : निर्धारित मापदंडों से ऊंचे साइलेंसर अनावश्यक ध्वनि उत्पन्न करते हैं, जो न केवल पर्यावरण को प्रदूषित करता है, बल्कि लोगों को मानसिक रूप से प्रभावित करता है.
दुर्घटनाओं की रोकथाम : ऐसे साइलेंसर से उत्पन्न शोर वाहनों के आसपास ध्यान भटकाने का कारण बनते हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है.
यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करना : नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों के प्रति सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें जागरूक करना.