छिंदवाड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा जिले में करीब 4 लाख पन्नों में 4 करोड़ 31 लाख राम नाम का लेखन करवाया. जिन्हें 22 जनवरी को अयोध्या के श्री राम मंदिर में समर्पित किया जाना था लेकिन वहां से परमिशन नहीं मिलने के कारण इसे सोमवार को अयोध्या भेजा गया है. पूर्व सीएम कमलनाथ और छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ ने अपने निवास से राम नाम लेखन पत्रों से भरे ट्रक की पूजा अर्चना कर अयोध्या के लिए रवाना किया.
पूरे जिले में चला अभियान
छिंदवाड़ा जिले की श्री मारुति नंदन सेवा समिति के संयोजक आनंद बक्शी ने बताया कि अयोध्या में श्री राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा के पहले संरक्षक कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ ने जिलेभर में श्री राम नाम लेखन महोत्सव का आयोजन किया. अयोध्या में इन पत्रको को समर्पित किया जाना था लेकिन 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के चलते वहां पर परमिशन नहीं मिल पाई थी, जिन्हें अब अयोध्या भेजा जा रहा है.
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श्री राम मंदिर को समर्पित पत्र
छिंदवाड़ा जिले के हरेक गांव से श्रीराम नाम लेखन के पत्रक भरवाए थे, उन्हीं पत्रकों को अब अयोध्या भेजा गया है. कमलनाथ ने अपने निवास शिकारपुर में बेटे सांसद नकुलनाथ के साथ विधिवत पूजा अर्चना की और उन्हें अयोध्या के लिए रवाना किया. श्री राम नाम लेखन पत्रकों की पूजा महामंडलेश्वरों की मौजूदगी में की गई. मंगलाचारों के साथ पत्रों का पूजन हुआ. गणेश मठ के महामंडलेश्वर डॉक्टर वैभव आलोनी ने बताया कि शास्त्रों में भी वर्णन है कि श्री राम से बड़ा उनका नाम है. उनके नाम का लिखा जाना ही मनुष्य के तर जाने के बराबर होता है और उनके नाम लिखे पत्र का अयोध्या में समर्पित होंगे. मतलब समझा जा सकता है कि व्यक्ति का जीवन धन्य हो गया.