छिंदवाड़ा. कमलनाथ के सबसे नजदीकी और पूर्व कैबिनेट मंत्री दीपक सक्सेना (Deepak Saxena) आज शुक्रवार को भोपाल में बीजेपी (BJP) का दामन थामेंगे. उनके साथ कई कांग्रेसी कार्यकर्ता भी भोपाल पहुंचकर भाजपा में शामिल होंगे.कुछ दिन पहले दीपक सक्सेना के छोटे बेटे अजय सक्सेना ने भोपाल पहुंचकर बीजेपी का दामन थामा था उसके बाद ही दीपक सक्सेना ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
सीएम मोहन यादव से हुई थी मुलाकात
27 मार्च को छिंदवाड़ा दौर में आए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और कैलाश विजयवर्गीय दीपक सक्सेना के घर भी पहुंचे थे. इस दौरान ही बीजेपी जॉइनिंग की स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी थी. इसके बाद पूर्व सीएम कमलनाथ अचानक दीपक सक्सेना के घर उनसे मिलने पहुंचे लेकिन इसके बाद भी दीपक सक्सेना ने कमलनाथ की बात नहीं मानी और अब भाजपा ज्वाइन करने वाले हैं.
2019 में कमलनाथ के लिए दिया था इस्तीफा
2018 के विधानसभा चुनाव में दीपक सक्सेना छिंदवाड़ा से विधायक चुने गए थे उस दौरान कमलनाथ छिंदवाड़ा के सांसद थे, लेकिन कमलनाथ (Kamalnath) के मुख्यमंत्री बनने के बाद 6 महीने के भीतर विधायक बनना जरूरी था. उस दौरान दीपक सक्सेना ही वह विधायक थे जिन्होंने छिंदवाड़ा विधानसभा से इस्तीफा दिया था और फिर कमलनाथ ने यहां से उपचुनाव लड़कर जीता था.
ग्रामीण वोटों पर पकड़ 7 बार लड़ा विधानसभा चुनाव
दीपक सक्सेना 1974 से कांग्रेस पार्टी में हैं. इस दौरान वे कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष भी रहे और उन्होंने 1990 से लेकर 2018 तक 7 विधानसभा के चुनाव लड़े. इनमें वे चार बार चुनाव जीते और दिग्विजय सिंह की सरकार में दो बार कैबिनेट मंत्री भी रहे. इतना ही नहीं, उन्हें बाद में कमलनाथ ने अपना विधायक प्रतिनिधि भी नियुक्त किया था. दीपक सक्सेना की ग्रामीण इलाकों के वोटरों में खासी पकड़ है. इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता कि वह आज भी अपने गांव में ही रहते हैं और उन्होंने शहर में अपना मकान नहीं बनाया है. दीपक सक्सेना का भाजपा में जाना कमलनाथ के लिए बड़ा झटका है.
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दीपक सक्सेना के बड़े बेटे जय अब भी कांग्रेस में
दीपक सक्सेना के छोटे बेटे बीजेपी ज्वॉइन कर चुके हैं और वे खुद भी बीजेपी ज्वॉइन कर रहे हैं. हालांकि, उनके बड़े बेटे जय सक्सेना फिलहाल रोहना कला गांव के सरपंच भी हैं और उन्होंने कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ा है. वे लगातार नकुलनाथ के साथ प्रचार भी कर रहे हैं. लेकिन अब दीपक सक्सेना के बंगले में कांग्रेस और भाजपा दोनों के झंडे दिखाई देंगे.