छिन्दवाड़ा. 44 सालों तक छिंदवाड़ा में अजेय योद्धा रहे कमलनाथ को विवेक बंटी साहू ने ऐसी पटखनी दी, जिसकी उन्होंने कल्पना नहीं की होगी. भाजपा के विवेक बंटी साहू ने कमलनाथ के गढ़ में उनके बेटे नकुलनाथ को 1 लाख 13 हजार 618 वोटों से हराकर करारी शिकस्त दी है. विवेक बंटी साहू ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा है कि मोदी के विकास को देखकर छिंदवाड़ा की जनता ने बीजेपी को मौका दिया है. वे जनता के बीच जाकर लगातार काम करेंगे और जो विकास के काम छिंदवाड़ा में रुके थे उन्हें पूरा करेंगे.
अब नहीं चलेगी डर्टी पॉलिटिक्स
विवेक बंटी साहू ने कहा, '' भले ही चुनाव नकुलनाथ लड़ रहे थे लेकिन सामने कमलनाथ थे. कमलनाथ ने उस दौर में जब बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रतुलचंद्र द्विवेदी के साथ चुनाव लड़ा था, तब भी डर्टी पॉलिटिक्स की थी और चुनाव के पहले मेरे साथ भी ऐसा ही करने का प्रयास किया गया. लेकिन जनता समझती है कि अब डर्टी पॉलिटिक्स का जमाना नहीं है बल्कि विकास के साथ जाना चाहती है. सातों विधानसभा में कमलनाथ को करारी हार मिली है. इसे समझा जा सकता है कि छिंदवाड़ा जिले की जनता अब बीजेपी के साथ है और विकास के लिए काम करना चाहती है.''
कमलनाथ को देना चाहिए विधायकी से इस्तीफा
विवेक बंटी साहू ने आगे कहा, '' जिस तरीके से छिंदवाड़ा जिले की जनता ने नाथ परिवार को नकारा है इस लिहाज से कमलनाथ को छिंदवाड़ा विधानसभा के विधायक पद से भी नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि जनता को अब कमलनाथ पर भरोसा नहीं रहा. जनता भाजपा के साथ मोदी और डॉक्टर मोहन यादव की सरकार के साथ चलना चाहती हैं.''
आदिवासियों का विकास प्राथमिकता
विवेक बंटी साहू ने कहा कि छिंदवाड़ा जिले की जनता ने उन्हें भरपूर प्यार दिया है. छिंदवाड़ा जिले की जनता के इस प्यार के लिए वे लगातार काम करेंगे खासतौर पर जिन आदिवासियों का नकुलनाथ ने खुले आम अपमान किया था उन्होंने खुलकर भाजपा का साथ दिया है. ऐसे आदिवासियों के विकास और उत्थान के लिए वे संसद में आवाज उठाएंगे.