छिंदवाड़ा: चुनाव जीतने के बाद जुलूस और आभार रैली तो हर एक नेता निकालता है, लेकिन छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव हारने के बाद एक ऐसा नेता है, जो गांव गांव जाकर लोगों को वोट देने के लिए धन्यवाद दे रहा है. जानिए कौन है वह नेता जो हारने के बाद भी जनता के दरवाजे पर पहुंचकर थैंक्यू कह रहे हैं.
भाजपा नेता कमलेश शाह जीते उपचुनाव
10 जुलाई को छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा विधानसभा में हुए उपचुनाव के नतीजे 13 जुलाई को आए थे. इसमें भारतीय जनता पार्टी के कमलेश प्रताप शाह ने कांग्रेस पार्टी के धीरनशा इनवाती को 3027 वोट से चुनाव हरा दिया था. बीजेपी के प्रत्याशी कमलेश प्रताप शाह का चौथा चुनाव था, हालांकि इसके पहले कमलेश प्रताप शाह तीन बार कांग्रेस की टिकट पर अमरवाड़ा विधानसभा से चुनाव जीत कर आए थे.
चुनाव हारने के बाद भी घर-घर जाकर नेता जी बोल रहे थैंकयू
बता दें कि, लोकसभा चुनाव के पहले कमलेश प्रताप शाह ने बीजेपी ज्वाइन कर पद से इस्तीफा दिया था. इसी कारण इस विधानसभा में उपचुनाव हुए. कांग्रेस में रहते हुए कमलेश प्रताप शाह लंबे अंतर से बीजेपी के प्रत्याशी को हराते रहे हैं. यह पहला मौका था जब कांग्रेस के प्रत्याशी धीरनशा इनवाती चुनाव के कुछ दिन पहले ही मैदान में आए और उन्होंने कमलेश प्रताप शाह को कड़ी टक्कर दी थी. अब धीरनशा चुनाव हारने के बाद विधानसभा के गांव-गांव में जाकर लोगों को थैंक्यू बोल रहे हैं.
जनादेश तो हमें मिला था, लेकिन बीजेपी ने किया दगा
विधानसभा का उपचुनाव हारने वाले धीरनशा इनवाती ने फोन पर ईटीवी भारत को बताया कि "अमरवाड़ा विधानसभा में हमेशा कांग्रेस चुनाव जीतती है. इस उपचुनाव में भी जनता ने कांग्रेस का ही साथ दिया था. चुनाव हम जीत रहे थे, लेकिन आखिर के कुछ राउंड में प्रशासन ने बीजेपी के दबाव में आकर हमारे साथ दगा किया और हमें चुनाव हार दिया. हमने रिकाउंटिंग के लिए आवेदन दिया था, लेकिन हमारी बात नहीं सुनी गई. इससे जाहिर होता है कि जनादेश कांग्रेस के पक्ष में था, लेकिन कुछ वोटों का हेरफेर कर बीजेपी ने जीत दर्ज की है."
पूर्व सीएम कमलनाथ करेंगे विकास: धीरनशा
जुंगावनी क्षेत्रीय कमेटी के अंतर्गत आने वाले ग्राम सिमरिया मुल्तानी, गाडरवाड़ा हिर्री, लहगडुआ, रिछेड़ा व जिल्हेरी सहित कई गांवों में जनसम्पर्क के दौरान कांग्रेस नेता धीरनशा सुखरामदास (दादा जी) ने सम्बोधित करते हुये कहा कि "अमरवाड़ा का विकास एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व पूर्व सांसद नकुलनाथ ने किया है और आगे भी उन्हीं के नेतृत्व में विकास को रफ्तार मिलेगी." उन्होंने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि, ''झूठी घोषणायें और वादे करने व उनके सहयोगी कोई भी अमरवाड़ा नहीं आ रहे हैं. किन्तु कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्तागण कमलनाथ व नकुलनाथ के निर्देशानुसार आ लोगों के बीच में उपस्थित हैं.''
मैं राजा नहीं सेवक हूं हमेशा आपके बीच रहूंगा
चौथी बार विधानसभा का चुनाव जीते कमलेश प्रताप शाह हर्रई राजघराने के राजा है. कांग्रेस ने धीरनशा इनवाती को सरकारी नौकरी से इस्तीफा दिलाकर नामांकन की आखिरी तारीख के 1 दिन पहले टिकट का एलान किया था. धीरनशा को चुनाव प्रचार के लिए सिर्फ 20 दिन का समय मिला था. इसके बाद भी धीरनशा इनवाती ने बीजेपी को कड़ी टक्कर देते हुए 80078 वोट हासिल किए थे तो बीजेपी को 83105 वोट मिले थे. धीरन शाह का कहना है कि, ''80000 लोगों ने उनका साथ दिया है. उनका फर्ज बनता है कि वह जनता के बीच में रहे, क्योंकि मैं राजा नहीं बल्कि सेवक हूं और हमेशा इनके लिए काम करता रहूंगा.''
बीजेपी ने कहा जनादेश का अपमान कर रही कांग्रेस
कांग्रेस प्रत्याशी के द्वारा भाजपा पर लगाया जा रहे आरोप पर भारतीय जनता पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी संदीप सिंह चौहान ने कहा कि "उपचुनाव में जनता ने बीजेपी को समर्थन दिया है और चुनाव जिताया है. इसके बाद भी कांग्रेस बेवजह के आरोप लगा रही हैं, जो जनादेश का अपमान है. भारतीय जनता पार्टी और सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों का ही परिणाम है, कि पहले लोकसभा में और फिर विधानसभा के उपचुनाव में जनता ने भाजपा का साथ दिया है.''