छिंदवाड़ा। एसएएफ बटालियन छिंदवाड़ा में सिपाही की नौकरी करने वाले दो जिगरी दोस्तों ने शराब में पीने के दौरान आत्महत्या कर ली. आत्महत्या किन कारणों से की है, इसकी जानकारी पता लगाने में पुलिस जुटी हुई है.
दोनों थे जिगरी दोस्त साथ में बैठकर पी शराब
एसएएफ आठवीं बटालियन छिंदवाड़ा के एक प्रधान आरक्षक और एक आरक्षक की जहरीली शराब पीने से निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. SAF बटालियन के अधिकारी और पुलिस मामले की जांच करने में जुटे हैं. कोतवाली थाना टीआई उमेश गोल्हानी ने बताया कि 'मृतक का नाम धनीराम ऊईके प्रधान आरक्षक और प्रेमलाल काकोडीया आरक्षक है. दोनों सिपाही मंडला जिले के निवासी थे. जो अपने परिवार के साथ छिंदवाड़ा में निवास करते थे. दोनों ने मिलकर बीती रात शराब पी थी. तभी एक का स्वास्थ्य अचानक खराब होने के कारण रात में ही निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जबकि दूसरे आरक्षक को आज सुबह दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
डॉक्टरों की एक टीम दोनों का पोस्टमार्टम करेगी
टीआई उमेश गोल्हानी ने बताया है कि 'दोनों सिपाहियों की मौत के बाद जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही असली कारणों का पता चल सकेगा, लेकिन प्राथमिक तौर पर माना जा रहा है कि दोनों दोस्तों ने आपस में बैठकर शराब पी होगी. इस दौरान इन लोगों ने आत्महत्या की, पुलिस को जांच में शराब में कुछ मिले होने के सबूत मिले हैं. जिसके चलते ये आत्महत्या लग रहा है.
दोनों साथ में बैठकर पीते थे शराब, आखिर क्यों आया ऐसा कदम
पुलिस को जानकारी मिली है कि दोनों दोस्त आपस में बैठकर ही शराब पिया करते थे. एक की ड्यूटी VIP रोड के कमांडेंट ऑफिसर के बंगले में लगी थी. इस बंगले के सामने दोनों ने शराब पी और अपने घर चले गए. घर जाने के बाद दोनों की तबीयत खराब हुई. जिन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. दोनों जिगरी दोस्त थे, लेकिन इसके बाद इतना खतरनाक कदम क्यों उठाया यह जांच का विषय है.