रायपुर: छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ रुपये के कथित शराब घोटाले में मेरठ कोर्ट में एसटीएफ ने आरोपियों की पेश की. कोर्ट ने सुनवाई के बाद अनवर ढेबर, अनिल टुटेजा और अरुण पति त्रिपाठी 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. रायपुर पुलिस अनिल टुटेजा को शनिवार रात को लेकर मेरठ रवाना हुई थी. अनिल टुटेजा के खिलाफ भी उत्तर प्रदेश में नकली होलोग्राम मामले में एफआईआर दर्ज हुई है.
नकली होलोग्राम मामले में रायपुर में हुई सुनवाई: सोमवार को रायपुर के कोर्ट में नकली होलोग्राम सप्लाई मामले में ईओडब्ल्यू ने प्रिज्म होलोग्राम कंपनी के स्टेट हेड दिलीप पांडे, दीपक दुआरी, अमित सिंह और अनुराग द्विवेदी को कोर्ट में पेश किया. इसके बाद ईओडब्ल्यू ने रिमांड की मांग की और कोर्ट ने 3 दिनों की रिमांड ईओडब्ल्यू को दी है. इस दौरान ईओडब्ल्यू की टीम चारों आरोपियों से नकली होलोग्राम मामले में कड़ाई से पूछताछ करेगी.
जानिए क्या है छत्तीसगढ़ शराब घोटाला और नकली होलोग्राम केस: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय की डिप्टी डायरेक्टर ने नकली होलोग्राम केस में एफआईर दर्ज कराई थी. जुलाई 2023 में यह केस दर्ज कराया गया था. इसके बाद इस केस की जांच उत्तर प्रदेश की एसटीएफ कर रही है. इस एफआईआर में आबकारी विभाग के विशेष सचिव रहे अरुणपति त्रिपाठी का भी नाम शामिल है. इसके अलावा कारोबारी अनवर ढेबर, रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा और आबकारी विभाग के तात्कालीन आयुक्त रहे निरंजन दास का भी नाम शामिल है. दूसरी तरफ से होलोग्राम सप्लाई करने वाली प्रिज्म कंपनी के डायरेक्टर विधु गुप्ता का नाम भी इस केस में शामिल है.