रायपुर: छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा के शराब घोटाले के मामले में चार आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया. 4 आरोपियों में प्रिज्म होलोग्राम कंपनी के स्टेट हेड दिलीप पांडे, दीपक दुआरी, अमित सिंह और अनुराग द्विवेदी शामिल है. कोर्ट में पेशी के बाद चारों आरोपियों को 30 जुलाई तक स्पेशल कोर्ट ने न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है. चारों आरोपियों की अगली पेशी रायपुर कोर्ट में 30 जुलाई को होगी.
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला में आरोपियों को 30 जुलाई तक जेल: EOW ने 9 जुलाई को प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्मस प्राइवेट लिमिटेड के स्टेट हेड दिलीप पांडे को गिरफ्तार किया था. ईओडब्ल्यू की जांच में आबकारी घोटाले में डुप्लीकेट होलोग्राम से संबंधित सबूत हाथ लगे थे. पकड़े गए आरोपी के कब्जे से ईओडब्ल्यू ने डुप्लीकेट होलोग्राम के परिवहन संबंधी इंपॉर्टेंट दस्तावेज भी बरामद किया. गिरफ्तार आरोपी दिलीप पांडे ने EOW को पूछताछ में बताया कि नवा रायपुर स्थित जीएसटी भवन के अंडरग्राउंड कक्ष में होलोग्राम प्रिंटिंग के सेटअप से जुड़े हुए इंडस्ट्रियल कंप्यूटर के हार्ड ड्राइव को भी बरामद कर लिया था. इसके माध्यम से डुप्लीकेट होलोग्राम के सीरियल नंबरों की छपाई की गई थी. जिसकी वीडियोग्राफी कराकर जप्त की गई थी.
प्रिज्म कंपनी के नोएडा स्थित मुख्यालय से डुप्लीकेट होलोग्राम छपवाकर रायपुर तक परिवहन के लिए उपयोग में आने वाले डॉक्यूमेंट जिसमें डुप्लीकेट होलोग्राम की संख्या और दूसरी जानकारी दर्ज होती थी, उसे भी आरोपी दिलीप पांडे के कब्जे से उसे भी बरामद कर लिया गया है. जिसकी जांच की जा रही है. पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि सिंडिकेट के मुख्य आरोपी अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी की संलिप्तता प्रिज्म होलोग्राफी के मालिक विधु गुप्ता के द्वारा 2019 से लेकर 2022 तक फर्जी होलोग्राम छत्तीसगढ़ में स्थित डिस्टीलारियों को उपलब्ध कराया गया था.