रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने गुरुवार को लोगों से सरकारी अस्पताल में इलाज कराने की अपील की. श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा, "हम प्रदेश के सरकारी अस्पताल को ऐसा बना रहे हैं, जहां मंत्री भी इलाज करा सके और आम जनता भी. मैं आप सभी से अपील भी करूंगा कि हमारे सरकारी अस्पताल में जाइए और विश्वास कीजिए कि पहले से बेहतर व्यवस्था वहां मिलेगी."
पोस्टमार्ट के लिए लाई जाएगी नई मशीन: दरअसल, रायपुर में गुरुवार को आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान श्यामबिहारी जायसवाल ने लोगों से बीमार पड़ने पर सरकारी अस्पताल का रूख करने की अपील की. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हो रही देरी को भी विभाग ने गंभीरता से लिया है. जल्द कुछ ऐसी मशीन लाई जाएगी, जिससे पोस्टमार्टम और उसकी रिपोर्ट जल्दी मिल सके. इसके अलावा पोस्टमार्टम के लिए कुछ डॉक्टरों की भी नियुक्ति की जाएगी. इस दौरान श्याम बिहारी जायसवाल ने चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से स्वास्थ्य विभाग के प्रोफेसर के वेतन वृद्धि की भी विस्तृत जानकारी दी.
अस्पताल में बेडों की संख्या बढ़ाई जाएगी: श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा, "राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में कोई समझौता नहीं किया जाएगा. सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले भावी डॉक्टरों का यह अधिकार है कि वे योग्य शिक्षकों से उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त करें. वेतन वृद्धि का यह आदेश स्पष्ट रूप से राज्य सरकार की स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को मजबूत करने की मंशा को दर्शाता है. अस्पतालों की स्थिति सुधार के लिए लगातार में प्रयास किया गया है. बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है. शासकीय अस्पताल में सफाई पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है. हम 6 मॉडल जिला अस्पताल बनाने जा रहे हैं. उसके भी कार्य योजना तैयार कर ली गई है. टेंडर जल्दी जारी करने वाले हैं. उनको बेहतर सुविधाओं के साथ चालू करने वाले हैं."
"पोस्टमार्टम में समय लगता है और एक ही दिन में पीएम के लिए कई मामले आ जाते हैं. उसके बाद उसका पोस्टमार्टम करना, उसकी रिपोर्ट तैयार करना, उसमें समय लगता है. इसलिए कुछ ऐसी मशीन लाई जा रही है, जिससे डॉक्टर और परिजनों को कोई परेशानी ना हो. उस मशीन के लग जाने से जल्दी रिपोर्ट मिल जाएगी. हम अलग से भी कुछ डॉक्टरों की नियुक्ति पोस्टमार्टम के लिए करेंगे, ताकि समय पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल सके." -श्याम बिहारी जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री, छत्तीसगढ़
वेतन में की गई वृद्धि: प्रेसवार्ता के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कई अहम जानकारियां दी. जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीनियर रेजीडेंट, डेमोंस्ट्रेटर (पीजी), असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसरों के वेतन में वृद्धि किया गया है. यह आदेश 1 सितम्बर 2024 से राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रभावी होगा. छत्तीसगढ़ चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार गैर अनुसूचित क्षेत्रों में स्थित मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसरों का वेतन 1.55 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.90 लाख रुपये कर दिया गया है.
अनुसूचित क्षेत्रों के मेडिकल कॉलेजों में भी की गई वेतन वृद्धि: इसी तरह एसोसिएट प्रोफेसर का वेतन 1.35 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.55 लाख रुपये, असिस्टेंट प्रोफेसर का वेतन 90,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये और सीनियर रेजिडेंट और डेमोस्ट्रेटर (पीजी) का वेतन 65,000 रुपये से बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया गया है. अनुसूचित क्षेत्रों में स्थित मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसरों का वेतन 1.90 लाख रुपये से बढ़ाकर 2.25 लाख रुपए कर दिया गया है.
इनके वेतन में भी की गई वृद्धि: वहीं, एसोसिएट प्रोफेसर का वेतन 1.55 लाख रुपए से बढ़ाकर 1.85 लाख रुपये, असिस्टेंट प्रोफेसर का वेतन 90,000 रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये और सीनियर रेजिडेंट और डेमोस्ट्रेटर (पीजी) का वेतन 65,000 रुपये से बढ़ाकर 95,000 रुपये कर दिया गया है. सरकारी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के लिए संशोधित संविदा वेतन संरचना के अनुसार, अनुसूचित क्षेत्रों में लगभग 46% और गैर-अनुसूचित क्षेत्रों में 23% की वेतन वृद्धि हुई है.