रायपुर: छत्तीसगढ़ में हुए 500 करोड़ रुपये कोयला घोटाले मामले में EOW को एक और सफलता मिली है. EOW ने एक और आरोपी रजनीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि रजनीकांत सूर्यकांत तिवारी का बड़ा भाई है. सूर्यकांत कोयला घोटाला मामले में पहले से ही रायपुर के सेंट्रल जेल में बंद है. ईओडब्ल्यू ने रजनीकांत को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया. जिसके बाद कोर्ट ने उसे 14 दिनों की रिमांड दी है. ईओडब्ल्यू आरोपी रजनीकांत तिवारी से पूछताछ करेगी. आरोपी रजनीकांत से कुछ नए खुलासे होने की उम्मीद ईओडब्ल्यू को है. 12 सितंबर को कोर्ट में रजनीकांत को दोबारा पेश किया जाएगा.
कोल स्कैम के आरोपियों की जमानत पर सुनवाई: वहीं दूसरी तरफ कोयला घोटाला मामले में रायपुर के सेंट्रल जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई, कस्टम मिलिंग घोटाले में जेल में बंद मार्कफेड के पूर्व एमडी मनोज सोनी ने जमानत आवेदन लगाया है. प्रवर्तन निदेशालय के विशेष न्यायाधीश की अदालत में अभियोजन और बचाव पक्ष आज अपना पक्ष रखेंगे.
क्या है छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला: छत्तीसगढ़ में कथित 500 करोड़ रुपए के कोयला घोटाला मामले में लेवी वसूली का मामला प्रवर्तन निदेशालय की रेड में सामने आया था. कोयला परिवहन के दौरान कोयला व्यापारियों से वसूली करने के लिए ऑनलाइन मिलने वाले परमिट को ऑफलाइन कर दिया गया था. खनिज विभाग के तत्कालीन संचालक आईएएस समीर बिश्नोई ने इसके लिए 15 जुलाई 2020 को आदेश जारी किया था. इसके लिए सिंडिकेट बनाकर वसूली की जाती थी. पूरे मामले का मास्टरमाइंड किंगपिन कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी को माना गया है, जो व्यापारियों से 25 रुपये प्रति टन के हिसाब से अवैध रकम सूर्यकांत के कर्मचारियों के पास जमा करता था. जिसके बाद खनिज विभाग पीट पास और परिवहन पास जारी किया करता था.