रायपुर: मुख्यमंत्री निवास में जनदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें रायपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों से भी लोग पहुंचे. ये लोग अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे. इस बीच ईटीवी भारत ने यहां मौजूद लोगों से बातचीत की.
आवास और शौचालय की मांग लेकर पहुंचे लोग: बातचीत के दौरान बलौदा बाजार के तहसील सिमगा से आए प्रकाश साहू ने कहा कि, "मैं आवास और शौचालय निर्माण की मांग के लिए मुख्यमंत्री से मिलने आया हूं. इसके लिए कलेक्टर के पास भी गया था, लेकिन वहां से जवाब मिला कि आपका सूची में नाम नहीं है, इसलिए आपको आवास और शौचालय नहीं मिल सकेगा."
जमीन से कब्जा हटाने की मांग: आदिवासी किसान सैनिक संस्था के देवेंद्र कुमार ने कहा, "अपने गांव की जमीन बचाने के लिए मुख्यमंत्री के पास पहुंचे. मेरी जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा है. उसके लिए हमने कलेक्टर तहसीलदार एसडीएम सबको आवेदन दिया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इस आदिवासी जमीन को गैर आदिवासी लोगों ने कब्जा कर रखा है. इस कब्जे को हटाने के लिए हम मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे हैं."
एक गांव तीन राजस्व गांव में पड़ता है, जिससे उन्हें परेशानी होती है. हम पंचायत के बीच फंस गए और यही चाहते हैं कि इस समस्या का समाधान हो और पंचायत बनाई जाए. -राम यादव, बलौदा बाजार
दोबारा ज्वाइनिंग की मांग: आरंग से पहुंचे सूरज ने कहा, " मैं एक कंपनी में पिछले 16 साल से काम कर रहा था. वहां के एचआर गलत काम करते हैं. उन्हें मैंने आपत्तिजनक स्थिति में भी देखा है, इसलिए उन्होंने मुझ पर उल्टा झूठा इल्जाम लगाकर नौकरी से निकाल दिया है. मुझसे जबरदस्ती रिजाइन करवा लिया. अब कहते हैं कि आपने अपनी मर्जी से इस्तीफा दिया है. इस मामले को लेकर एसपी ऑफिस कलेक्टर सबसे मिल चुका हूं. श्रम आयुक्त में भी मैंने गुहार लगाई, लेकिन कहीं से कोई कार्रवाई नहीं हुई, इसलिए आज जनदर्शन में मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा हूं, ताकि मुझे दोबारा जॉइनिंग मिल जाए."
सीएम से की पुल की मांग : इस बीच धमतरी के माधव सिंह मरकाम भी अपने गांव समस्या को लेकर पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि उनका गांव जिला मुख्यालय से लगभग 65 किलोमीटर दूर है. हमारी बरसों से इस गांव में एक पुल बनाने की मांग है, जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया. ऐसी मांग को लेकर आज मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा हूं. इसके अलावा पीएम सड़क योजना के तहत एक सड़क स्वीकृत हो चुका है, लेकिन ठेकेदार, विभाग पैसा खत्म होने की बात कह कर काम रोक दिए हैं."
आज जनदर्शन का आयोजन हुआ. इसमें भारी संख्या में प्रदेश के लोग आए हैं. दिव्यांगजन और कुछ लोग समूह में आए हैं. कुछ व्यक्तिगत समस्याओं को लेकर आए हैं, जिनमें ज्यादातर बीमारी के इलाज के लिए, आर्थिक सहायता के लिए आए हैं. कुछ स्वेच्छा अनुदान और नौकरी के लिए आए हैं. अपनी अलग-अलग समस्याओं को लेकर लोग पहुंचे हैं. इन सभी समस्याओं का समाधान, जो हम तत्काल में कर सकते हैं, उसका समाधान कर रहे हैं. कुछ दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल भी दी गई है. कुछ को आर्थिक सहयोग भी कर रहे हैं. -विष्णुदेव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
सीएम जनदर्शन में कलेक्टर के काम पर उठे सवाल: मुख्यमंत्री निवास में गुरुवार को सरकार का जनदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें सैकड़ो की संख्या में लोग पहुंचे. इस दौरान कलेक्टर के काम पर उठ रहे सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, "ऐसा नहीं है कि कलेक्टर काम नहीं कर रहे हैं, लेकिन लोगों की आवश्यकताएं अधिक है. किसी एक समस्या का समाधान हुआ, तो दूसरी समस्या आ जाती है. लोगों के आशीर्वाद के कारण हम जीत पाए हैं. हमारी सरकार का फर्ज है कि जनता के विश्वास में हम खरा उतरे. उनकी समस्याओं का समाधान अधिक से अधिक हो सके, करने का प्रयास कर रहे हैं.
बता दें कि गुरुवार को सीएम के जनदर्शन में प्रदेशभर से कई लोग पहुंचे थे. सीएम से मिलने के लिए लोगों की लंबी कतार लगी थी. इस दौरान लोग अपनी-अपनी समस्या लेकर सीएम के पास पहुंचे थे.