रांची: उदीयमान भास्कर को अर्घ्य के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ संपन्न हो गया. राजधानी रांची के अलावा आसपास के ग्रामीण इलाकों के डैम और तालाबों में बड़ी संख्या में व्रतियों ने अर्घ्य दिया. चान्हो के रघुनाथपुर तालाब, हेसाग तालाब, जगन्नाथपुर छठ तालाब, कांके डैम, अरसंडे में बोरिया नदी के तट पर उमड़ा आस्था का सैलाब पवित्रता का गवाह बना. भास्कर को अर्घ्य के बाद व्रतियों ने घाट पर हवन कर प्रसाद ग्रहण किया. इस दौरान विवाहिताओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाकर हमेशा सुहागिन रहने की कामना की.
यह एकमात्र ऐसा पर्व है जिसमें शास्त्र और पंडित की जरूरत नहीं पड़ती. हर साल इसका दायरा बढ़ रहा है. बिहार, पूर्वांचल और झारखंड में चार दिवसीय इस महापर्व के दौरान सारी गतिविधियां ठप हो जाती हैं.
रामगढ़ में महापर्व छठ के चौथे और अंतिम दिन आज सुबह उगते सूर्य को जल अर्पित किया गया. लाखों श्रद्धालुओं ने रामगढ़ जिले के विभिन्न नदियों, तालाबों, नहरों पर बने घाटों और घरों की छतों पर कृत्रिम रूप से बनाए गए कुंडों पर जाकर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया और छठी मइया की पूजा-अर्चना की. इसके साथ ही पर्व का समापन हो गया.
गढ़वा में भी धूमधाम से छठ महापर्व मनाया गया. दानरो नदी छठ घाट पर व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. यहां छत्तीसगढ़, बिहार, यूपी समेत झारखंड के कई जगहों से लोग आए थे. वहीं गढ़वा विधानसभा क्षेत्र से झामुमो प्रत्याशी सह मंत्री मिथलेश ठाकुर के आवास पर भी छठ महापर्व मनाया गया.
मंत्री मिथलेश ठाकुर की बड़ी भाभी पिछले पांच वर्षों से गढ़वा में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा मनाती आ रही हैं. आज सुबह मंत्री मिथलेश ठाकुर ने भी उगते सूर्य को जल अर्पित किया. इस अवसर पर मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड समेत पूरे देश के लोगों को छठ महापर्व की बधाई. भगवान भास्कर से प्रार्थना है कि क्षेत्र और राज्य में खुशहाली बनी रहे और हमारा क्षेत्र विकास के पथ पर आगे बढ़ता रहे.
ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास ने भी अपने परिवार के साथ जमशेदपुर में उगते सूर्य को जल अर्पित किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह पर्व हमें विरासत में मिला है जो हमें कई संदेश देता है.
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