छतरपुर। बीएसपी नेता महेंद्र गुप्ता की हत्या के बाद मंगलवार की दोपहर समर्थकों ने ईशानगर थाने का घेराव करते हुए पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कुछ महिलाओं ने रास्ते से बड़े-बड़े पत्थर उठाए और पुलिस पर हमला बोल दिया. मामला बिगड़ता देख मौके पर एएसपी विक्रम सिंह परिहार पहुंच गए और धरना दे रहे ग्रामीणों को शांत कराया.
सोमवार की रात बीएसपी नेता की गोली मारकर हत्या
सोमवार की रात महेंद्र गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बीएसपी नेता छतरपुर शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत गजराज मैरिज गार्डन में शादी समारोह में आया था. जहां पर बाइक सवार कुछ अपराधियों ने सिर में गोली मार दी. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद शव को जिला अस्पताल लाया गया. सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया.
बीएसपी के कद्दावर नेता थे महेंद्र गुप्ता
महेंद्र गुप्ता बीएसपी के कद्दावर नेता थे. पिछले दो बार बीएसपी के टिकट पर बिजावर विधानसभा से चुनाव लड़ चुके थे. महेंद्र गुप्ता पूर्व में ईशानगर से सरपंच भी रहे हैं. यही वजह है कि गांव के आसपास महेंद्र गुप्ता की अच्छी पकड़ थी. दलित समाज में महेंद्र गुप्ता के अच्छे खासे समर्थक थे. महेंद्र गुप्ता के समर्थन में प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है 'वह गरीबों के नेता थे और हमेशा दलित और गरीबों के लिए खड़े रहते थे. महिलाओं का यह आरोप है कि जब उनके नेता की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई, तो उनके और उनके परिवार के साथ कभी भी कुछ भी हो सकता है.'
पुलिस वीडियो के आधार पर करेगी जांच
वहीं मामले में छतरपुर एएसपी विक्रम सिंह का कहना है की 'कुछ महिलाओं और समर्थकों ने उत्तेजना में आकर घेराव कर नारेबाजी की है. जहां तक पथराव करने की बात है, तो वीडियो देखेंगे और मामले जांच कर कार्रवाई करेंगे.