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100 साल बाद बदला रावण ने स्थान, मेघनाद-कुंभकरण भी साथ चल दिए

मध्यप्रदेश के छतरपुर में प्रशासन ने आखिरकार रावण दहन का स्थल बदलने के लिए आयोजकों को मना लिया है.

CHHATARPUR RAVANA DAHAN
छतरपुर में इस बार मेघनाद और कुंभकरण के पुतले भी जलेंगे (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 11, 2024, 1:28 PM IST

Updated : Oct 11, 2024, 2:09 PM IST

छतरपुर। देशभर में रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतले तैयार हो चुके हैं. छतरपुर में 100 साल बाद रावण ने अपना स्थान बदलकर सबको चौंका दिया है. दरअसल छतरपुर के बाबूराम चतुर्वेदी स्टेडियम में 100 सालों से रावण दहन का आयोजन किया जा रहा था लेकिन तत्कालीन कलेक्टर संदीप जीआर द्वारा स्टेडियम का कायाकल्प कर दिया गया. अब यहां होने वाले धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक आयोजनों पर रोक लगा दी गई है. रावण को दहन को लेकर रामलीला समिति और प्रशासन के बीच तनातनी भी हुई.

आयोजकों को मनाने में सफल रहा जिला प्रशासन

लंबे समय तक स्थान बदलने को लेकर लालकड़क्का समिति नाराज दिखाई दी. रावण दहन के आयोजन को लेकर समिति ने मना कर दिया, लेकिन कलेक्टर पार्थ जैसवाल, SDM अखिल राठौर के समझाने के बाद रावण दहन का आयोजन अब शहर के नम्बर वन स्कूल ग्राउंड में होना तय हुआ. वहीं रावण के पुतले को बनाने में आगरा से आए मुस्लिम कलाकार जुटे हैं. ये मुस्लिम कलाकार पिछले 10 सालों से रावण का पुतला बनाने आ रहे हैं. 11 दिन तक बनने वाले इस रावण के पुतले की लंबाई 51 फीट रखी गई है, जबकि कुंभकरण 42 फीट का बनाया जा रहा है, मेघनाद की लंबाई 35 फीट रखी गई है.

छतरपुर में 100 साल बाद बदला रावण ने स्थान (ETV BHARAT)

इस बार मेघनाद और कुंभकरण के पुतले भी जलेंगे

पिछली बार सिर्फ रावण का ही दहन किया गया था लेकिन इस बार स्थान बदलने पर मेघनाद और कुम्भकर्ण का भी दहन किया जाएगा. वहीं रावण बनाने आये यूपी के आगरा से आरीफ मुस्लिम कारीगर कहते हैं "पिछले 11 दिनों से रावण-मेघनाद और कुंभकरण के पुतले पर काम चल रहा है. इस बार स्थान बदल गया लेकिन कोई परेशानी नही है. कल रावण, मेघनाद और कुंभकरण को खड़ा कर दिया जाएगा अंतिम रूप दिया जा रहा है." आगरा से आये कारीगर अजय बताते हैं "पिछली बार छतरपुर में 125 फीट का रावण बनाया गया था लेकिन इस बार 51 फीट का बनाया जा रहा है."

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स्टेडियम की जगह अब नंबर वन स्कूल ग्राउंड में आयोजन

समिति के नरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया "इस बार रावण दहन का आयोजन स्टेडियम में नहीं बल्कि नम्बर वन स्कूल के ग्राउंड में होगा. 6:30 बजे आयोजन शुरू हो जाएगा 10 बजे तक खत्म कर दिया जाएगा. प्रशासन द्वारा इस बार व्यवस्थाएं की गई हैं, कुछ नया करने के लिए रावण के साथ मेघनाद और कुम्भकर्ण को भी बनवाया गया है, जो आकर्षण का केन्द्र रहेंगे."

छतरपुर। देशभर में रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतले तैयार हो चुके हैं. छतरपुर में 100 साल बाद रावण ने अपना स्थान बदलकर सबको चौंका दिया है. दरअसल छतरपुर के बाबूराम चतुर्वेदी स्टेडियम में 100 सालों से रावण दहन का आयोजन किया जा रहा था लेकिन तत्कालीन कलेक्टर संदीप जीआर द्वारा स्टेडियम का कायाकल्प कर दिया गया. अब यहां होने वाले धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक आयोजनों पर रोक लगा दी गई है. रावण को दहन को लेकर रामलीला समिति और प्रशासन के बीच तनातनी भी हुई.

आयोजकों को मनाने में सफल रहा जिला प्रशासन

लंबे समय तक स्थान बदलने को लेकर लालकड़क्का समिति नाराज दिखाई दी. रावण दहन के आयोजन को लेकर समिति ने मना कर दिया, लेकिन कलेक्टर पार्थ जैसवाल, SDM अखिल राठौर के समझाने के बाद रावण दहन का आयोजन अब शहर के नम्बर वन स्कूल ग्राउंड में होना तय हुआ. वहीं रावण के पुतले को बनाने में आगरा से आए मुस्लिम कलाकार जुटे हैं. ये मुस्लिम कलाकार पिछले 10 सालों से रावण का पुतला बनाने आ रहे हैं. 11 दिन तक बनने वाले इस रावण के पुतले की लंबाई 51 फीट रखी गई है, जबकि कुंभकरण 42 फीट का बनाया जा रहा है, मेघनाद की लंबाई 35 फीट रखी गई है.

छतरपुर में 100 साल बाद बदला रावण ने स्थान (ETV BHARAT)

इस बार मेघनाद और कुंभकरण के पुतले भी जलेंगे

पिछली बार सिर्फ रावण का ही दहन किया गया था लेकिन इस बार स्थान बदलने पर मेघनाद और कुम्भकर्ण का भी दहन किया जाएगा. वहीं रावण बनाने आये यूपी के आगरा से आरीफ मुस्लिम कारीगर कहते हैं "पिछले 11 दिनों से रावण-मेघनाद और कुंभकरण के पुतले पर काम चल रहा है. इस बार स्थान बदल गया लेकिन कोई परेशानी नही है. कल रावण, मेघनाद और कुंभकरण को खड़ा कर दिया जाएगा अंतिम रूप दिया जा रहा है." आगरा से आये कारीगर अजय बताते हैं "पिछली बार छतरपुर में 125 फीट का रावण बनाया गया था लेकिन इस बार 51 फीट का बनाया जा रहा है."

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स्टेडियम की जगह अब नंबर वन स्कूल ग्राउंड में आयोजन

समिति के नरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया "इस बार रावण दहन का आयोजन स्टेडियम में नहीं बल्कि नम्बर वन स्कूल के ग्राउंड में होगा. 6:30 बजे आयोजन शुरू हो जाएगा 10 बजे तक खत्म कर दिया जाएगा. प्रशासन द्वारा इस बार व्यवस्थाएं की गई हैं, कुछ नया करने के लिए रावण के साथ मेघनाद और कुम्भकर्ण को भी बनवाया गया है, जो आकर्षण का केन्द्र रहेंगे."

Last Updated : Oct 11, 2024, 2:09 PM IST
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